कानपुर में दो सगी बहनों की आग में झुलसकर मौत, मां-बेटे की हालत गंभीर, पुलिस पर गंभीर आरोप

# ## Kanpur Zone

(www.arya-tv.com)   यूपी के कानपुर देहात में एक बार फिर से मड़ौली कांड जैसा बड़ी घटना सामने आई है. मड़ौली में मां-बेटी की जलकर मौत हुई थी तो वहीं इस बार दो सगी बहनों की आग में झुलसकर मौत हो गई है. जबकि दो लोग गंभीर रुप से घायल हो गए हैं. इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है.

कानपुर देहात के मंगलपुर थाना क्षेत्र के भूटा गांव में सोनू बंजारा के घर में संदिग्ध अवस्था में रविवार दोपहर आग लग गई थी, जिसने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया. घटना के वक्त घर में चार लोग मौजूद थे, इनमें घर की सदस्य रीना देवी, 5 साल का गौरव, 3 साल की गौरी और 1 साल की अदिति आग की चपेट में आ गए.

आग में झुलसने की वजह से अदिति की मौके पर ही मौत हो गई जबकि गौरी नाम की बच्ची ने अस्पताल में दल तोड़ दिया. अस्पताल में मां रीना और पांच साल के मासूम गौरव का इलाज चल रहा है जहां दोनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है.

परिजनों ने पुलिस पर लगाएं गंभीर आरोप

आरोप है की सोनू बंजारा का गांव के ही रहने वाले प्रधान पति अजीत कुशवाह, मूल चंद कुशवाहा से विवाद चल रहा था. अजीत कुशवाह की राशन की दुकान है जो विवादों के चलते प्रशानिक कार्यवाही के दौरान रद्द कर दी गई थी. जिसको लेकर कोटेदार की प्रक्रिया की जा रही थी. लेकिन, नियम के अनुसार जिस घर में ग्राम प्रधान होगा उसे राशन का कोटा नही दिया जाएगा.

जिसको लेकर सोनू बंजारा के रिश्तेदार अपने घर की एक महिला के नाम पर ये राशन की दुकान कराने की कोशिश कर रहे थे. जिसको लेकर दोनो पक्षों में विवाद चल रहा था और विवाद इतना बढ़ा की बीती 3 अप्रैल को दोनो पक्षों में जमकर मारपीट हुई और मामला थाने तक चला गया. आरोप है की मंगलपुर थाने के इंचार्ज देवेंद्र विक्रम ने अजीत कुशवाह की ओर से सोनू बंजारा के पक्ष पर ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई कर दी.

दूसरे पक्ष को वो लगातार मुकदमा लिखने का आश्वासन देकर टहलाते रहे. 5 दिन बाद पुलिस ने जब उसे मुकदमा लिखने के लिए थाने बुलाया तो उसके घर में आग लग गई. जिसके बाद स्थानीय लोगों का ग़ुस्सा फूट पड़ा. आरोप है कि पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो ये नहीं होता. सोनू बंजारा को जब थाने बुलाया गया तो आरोपी अजीत और मूलचंद ने उसके घर में पीछे से आग लगा दी.

इस घटना के बाद मौक़े पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. वहीं आरोपी अजीत कुशवाह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है. उसने कहा कि उसे रंजिशन फंसाया जा रहा है.

कानपुर देहात के अपर पुलिस अधीक्षक राजेश पांडे ने बताया मृतकों के परिजन की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है लेकिन, सवाल बड़ा है कि आखिर पुलिस ने 3 अप्रैल को हुए दोनों पक्षों के विवाद में सिर्फ एक पक्ष से मुकदमा क्यों लिखा, आखिर दूसरे पक्ष को इतने दिन क्यों घुमाती रही. पुलिस अगर समय रहते कार्रवाई करती तो इस घटना से बचा जा सकता था.