जूलियन असांजे को मारने की साजिश में ट्रम्प का नाम आया सामने

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(www.arya-tv.com) अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को जान से मारने की साजिश रची गई थी। यह खुलासा हुआ है याहू न्यूज की एक इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट में, जिसमें अमेरिका के 30 पूर्व अधिकारियों का साक्षात्कार किया गया। इन अधिकारियों ने बताया कि असांजे को मारने या किडनैप करने की साजिश रची गई थी।

विकिलीक्स ने किया था अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट्स को लीक
2016 में असांजे की विकिलीक्स ने सीआईए के कई खुफिया एवं गोपनीय रिपोर्ट्स को लीक कर दिया था। इसे सीआईए के इतिहास की सबसे बड़े लीक्स में गिना जाता है। ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद 2017 में भी विकिलीक्स ने वॉल्ट-7 प्रोग्राम के जरिए लगातार फाइलों को लीक करना जारी रखा। इसके बाद तत्कालीन सीआईए डायरेक्टर माइक पॉम्पियो ने असांजे को मारने या किडनैप करने की साजिश तैयार की। उस वक्त यह कयास लगाए जा रहे थे कि असांजे लंदन से रूस भागने की कोशिश कर सकते हैं। अमेरिका ने तैयारी की थी कि अगर वे भागने की कोशिश करते हैं, तो सीआईए एजेंट्स प्लेन के टायरों को भी गोली से उड़ा सकते हैं।

फिल्म की तरह हमले की थी योजना 
असांजे को मारने की योजना जेम्स बॉन्ड फिल्म से भी प्रेरित थी। इसके तहत सीआईए के एजेंट्स को लंदन की सड़कों पर गोलीबारी करते हुए असांजे को ले जा रहे वाहन को किसी दूसरी कार से दुर्घटनाग्रस्त करना था। पूर्व अधिकारी के मुताबिक, इस प्लान में मदद के लिए ब्रिटिश अधिकारियों से भी संपर्क किया गया था, जिस पर उन्होंने सहमति मिल गई थी। बता दें कि असांजे उस वक्त इक्वाडोर दूतावास में मौजूद थे। फिलहाल वे लंदन की बेलमर्श जेल में बंद हैं और जासूसी के आरोप में अमेरिका प्रत्यर्पण की लड़ाई लड़ रहें है।   

विकिलीक्स ने पहली बार साल 2010 में अमेरीकी सेना और सीआईए के हजारों पन्नों के दस्तावेजों को लीक कर दिया था जिसमें सीआईए की हैकिंग तकनीकों के बारे में ब्योरा दिया गया था। इसी साल अमेरीकी प्रशासन ने असांजे पर एक पूर्व अमेरीकी खुफिया विभाग के अधिकारी चेल्सी मैनिंग के साथ मिलकर अमेरीकी सरकार के कंप्यूटर से महत्वपूर्ण और खुफिया जानकारी हैक करने का आरोप लगाया था। 

साल 2012 में असांजे ने इक्वाडोर के लंदन स्थित दूतावास मे शरण ली थी। तभी से असांजे के प्रत्यर्पण को लेकर विवाद जारी है ।उस वक्त बराक ओबामा अमेरीका के राष्ट्रपति और जो बाईडन उपराष्ट्रपति हुआ करते थे । अोबामा प्रशासन का मानना था कि असांजे ने जो भी किया वह अमेरीकी संविधान में पत्रकारों को दी गई सुरक्षा से काफी मेल खाता है।

2016 के राष्ट्रपति चुनावों में किया था हिलेरी क्लिंटन का मेल हैक 
विकिलीक्स ने साल 2016 के राष्ट्रपति चुनावों  में हिलेरी क्लिंटन के मेल हैक कर भी काफी सुर्खियां बटोरी थी , कई का मानना है की हिलेरी की हार में इन मेल का लीक होना एक बड़ा कारण रहा था । इसके बाद  साल 2017 में विकिलीक्स ने वॉल्ट 7 के तहत ट्रम्प प्रशासन से जुड़ी फाइलें लीक की जिसके बाद असांजे पर कई आपराधिक मुकदमें दर्ज किए गए ।          

इस पूरे मामले में असांजे के वकील बैरी पोलाक ने कहा – एक अमेरीकी नागरिक होने के नाते मेरे लिए यह हैरान कर देने बाली बात है कि सरकार किसी इंसान को को बिना किसी न्यायिक प्रक्रिया के अपह्रत करने या मारने का प्लान कर रही है , वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि उसने लोगों के सामने सच्चाई रखी । 

ट्रम्प ने आरोपों को झूठा करार दिया
मामले पर  पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प ने इन दावों को झूठा और निराधार बताया है और कहा कि उनकी ओर से कभी ऐसा आदेश नहीं दिया गया जिसमें असांजे को मारने का जिक्र हो । बल्कि उन्हें तो ऐसा लगता है कि असांजे ने काफी बुरा बर्ताव झेला है ।