कैपिटल हिल हिंसा पर नया खुलासा: ट्रम्प जानते थे कि उनके समर्थकों के पास हथियार हैं

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(www.arya-tv.com)अमेरिका में 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल (अमेरिकी संसद) पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों के हमले को लेकर बुधवार को सुनवाई हुई। इसे 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को पलटने की कोशिश माना गया था। मामले की सुनवाई कर रही अमेरिकी कांग्रेस कमेटी के सामने ट्रंप की सहयोगी कैसिडी हचिंसन ने गवाही दी।

कैसिडी की गवाही ट्रम्प के खिलाफ रही। उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प जानते थे कि उनके समर्थकों के पास हथियार हैं। वे समर्थकों का साथ देने के लिए कैपिटल हिल जाना चाहते थे। भीड़ में शामिल होना चाहते थे।

ट्रम्प ने सीक्रेट एजेंट पर हमला किया था
इतना ही नहीं ट्रम्प को जब एक सीक्रेट सर्विस एजेंट ने कैपिटल हिल ले जाने मना किया तो उन्होंने उसका गला पकड़ लिया। इसके अलावा उन्होंने अपने सीक्रेट सर्विस लिमोसिन ड्राइवर की जगह खुद स्टीयरिंग व्हील संभालने की कोशिश की।

गुस्साए ट्रम्प किसी की बात सुनने तैयार नहीं थे
हचिंसन ने कहा- ट्रम्प के हेड ऑफ सिक्योरिटी स्टाफ बॉबी एंगल ने मुझसे कहा कि बीस्ट (अमेरिकी राष्ट्रपति की गाड़ी) में जब ट्रम्प बैठे तो वह कैपिटल हिल जाना चाहते थे। उन्हें बताया गया कि वहां नहीं जा सकते हैं, वहां बहुत खतरा है। इस पर वो गुस्सा हो गए और कहा कि मैं राष्ट्रपति हूं और मुझे कैपिटल लेकर चलो।

अब तक हुई सुनवाई की प्रमुख बातें

  • ट्रम्प को बताया गया था कि उनके समर्थकों के पास हथियार हैं। वे ये जानते थे कि हिंसा होगी। इसके बाद उन्होंने कहा- मुझे फर्क नहीं पड़ता की उनके पास हथियार हैं। वो (समर्थक), मुझे चोट नहीं पहुंचाएंगे। उन्होंने हथियारों से लैस समर्थकों को कैपिटल हिल जाने को कहा।
  • सांसदों की समिति ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया कि 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल में हिंसा कोई दुर्घटना नहीं थी। यह ट्रम्प का अंतिम स्टैंड था। ट्रम्प ने दंगों को अंजाम दिया और तख्तापलट की कोशिश की।
  • व्हाइट हाउस 3 धड़ों में बट गया था। एक ग्रुप ट्रम्प से हिंसा रोकने के लिए कह रहा था। इस ग्रुप में उनकी बेटी इवांका ट्रम्प शामिल थीं। दूसरे ग्रुप में ट्रम्प के कुछ एडवाइजर थे। वो मामले को लेकर न्यूट्रल थे। वो जानते थे कि एक्शन लिया जाना चाहिए, लेकिन ट्रम्प तुरंत कार्रवाई नहीं करेंगे। तीसरा ग्रुप डिफलेक्टिंग-ब्लेम कैटेगरी का था। इसमें वाइट हाउस के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज शामिल थे। इस ग्रुप का कहना था कि जो हिंसा कर रहे थे वो ट्रम्प समर्थक नहीं थे।