परिवहन मंत्री ने विजेता प्रतिभागियों को किया सम्मानित

Lucknow
  • लविवि विधि संकाय के नेशनल लॉ फेस्ट का भव्य समापन
लखनऊ,09 अप्रैल। लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय की ‘अल्टरनेटिव डिस्प्यूट रिज़ॉल्यूशन एंड ड्राफ्टिंग सोसायटी’ ने आयोजित नेशनल लॉ फेस्ट के तीसरे दिन क्लाइंट काउंसलिंग, मिडिएशन एवं अन्य विधाओं के फाइनल राउंड आयोजित किए। निर्णायक के रूप में उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीठ के न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जौहरी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन पर मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह उपस्थित रहे। उन्होंने विधि संकाय के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लविवि का विधि संकाय देश में सबसे ज्यादा न्यायाधीश देने वाला संकाय है और ये गर्व का विषय है। आगे उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से निकलने वाले सुझाव सरकार को भेजने की आवश्यकता भी है जिससे इन विचारों पर सकारात्मक दृष्टिकोण से अमल हो सके। उन्होंने विजेता प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। डीन प्रो. (डॉ.) बंशीधर सिंह ने बताया कि मिडिएशन प्रतियोगिता में विजेता बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की टीम रही जिसके सदस्य चिरंतन पॉल, नवनीत अवस्थी, रितिक आनंद थे। डॉ. राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की टीम दूसरे स्थान पर रही,जिसमें काव्या द्विवेदी, विनायक तिवारी, के.यस.अरारतिक थे। जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के उज्जलेश्वर कुमार कश्यप बेस्ट काउंसिल रहे। बेस्ट मीडिएटर हिमांशी चौधरी एवं बेस्ट क्लाइंट हिमांशी नागर रहीं। वहीं, प्रथम वर्ष के छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए इस इवेंट में विशेष पुरस्कार घोषणा की गई थी। जिसके अनुक्रम में लविवि के प्रथम वर्ष के छात्र वेदांत पांडेय, रिया मिश्रा और अनन्या ओझा प्रथम रहे। क्लाइंट काउंसलिंग प्रतियोगिता के विजेता डॉ. राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के यशार्थ टंडन और अदिति सिंह रहे। जबकि दूसरे स्थान पर लविवि की टीम रही जिसके सदस्य साक्षी लोधी और अभिषेक कुमार थे। बेस्ट काउंसिल का पुरस्कार सोहम योले को मिला और बेस्ट क्लाइंट का खिताब आयुष पांडेय के नाम रहा जो लविवि विधि संकाय के छात्र हैं। गौरी शुक्ला और संविदा रस्तोगी को प्रथम वर्ष के सर्वश्रेष्ठ टीम के तौर पर चुना गया है।