इतनी बेरहमी! पुलिस का ये कैसा खौफनाक चेहरा? TMC की लड़ाई को मिला AAP का साथ

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(www.arya-tv.com) दिल्ली में चुनाव आयोग (Election Commission) के दफ्तर के बाहर चल रहा TMC सांसदों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। वहीं पुलिस ने धरने पर बैठी TMC की महिला सांसदों को जिस तरह हाथ-पैरों से पकड़कर घसीटा, उसका पूरे देश में विरोध हो रहा है। TMC के धरने के समर्थन में अब आम आदमी पार्टी भी आ गई है। दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज धरने पर बैठे नेताओं से मिलने के लिए पहुंचे, लेकिन उन्हें मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन के अंदर नही जाने दिया गया।

इस दौरान उनके साथ आई सागरिका घोष की पुलिस वालों के साथ बहस हो गई। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि TMC के नेताओ को गिरफ्तार किया गया है, यह सरासर तानाशाही है। भाजपा ने कनॉट प्लेस में प्रोटेस्ट किया, उनके ऊपर मुकदमा दर्ज क्यों नहीं किया गया? TMC नेताओं को अरेस्ट किया गया, मुकदमा किया गया। यह लोग तो इलेक्शन कमीशन ऑफिस के बाहर बैठे थे, यह गुंडागर्दी है, तानाशाही है, भाजपा की।

नेताओं के हिरासत से गुस्साई TMC, गर्वनर से शिकायत

बता दें कि नई दिल्ली में चुनाव आयोग कार्यालय के बाहर तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के उत्पीड़न की शिकायत तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस को दी है। उन्होंने उनसे मुलाकात करके पूरे मामले से वाकिफ कराया। अभिषेक के साथ कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम, मंत्री शशि पांजा, ब्रात्य बसु समेत 10 अन्य तृणमूल नेता भी थे। बोस से मुलाकात के बाद अभिषेक ने कहा कि पूरे घटनाक्रम में राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की गई है।

उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में चुनाव आयोग के कार्यालय के बाहर जिस तरह से महिला सांसदों को घसीटकर ले जाया गया है, मुझे लगता है कि दिनदहाड़े लोकतंत्र की हत्या कर दी गई है। दो सप्ताह पहले डोला सेन के पैर का ऑपरेशन किया गया था। 3 बार के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को दिल्ली पुलिस ले गई। अभिषेक बनर्जी का कहना है कि राज्यपाल कोई कार्रवाई नहीं करते हैं तो आने वाले समय में TMC बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करेगी।

क्यों धरना दे रहे तृणमूल कांग्रेस के नेता?

बता दें कि बीते दिन ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के 10 नेता दिल्ली में इलेक्शन कमीशन ऑफिस आए थे। वे चुनाव आयुक्त से मिलना चाहते थे। इनकी मांग NIA के डीजी, ED और CBI के डायरेक्टर को तुरंत प्रभाव से हटाने की है, लेकिन चुनाव आयुक्त से मिलने के बाद वे दफ्तर के बाहर ही धरने पर बैठ गए। धरनारत नेताओं में डेरेक ओ’ब्रायन, मोहम्मद नदीमुल हक, डोला सेन, साकेत गोखले, सागरिका घोष और 3 पूर्व सासंद अर्पिता घोष, शांतनु सेन और अबीर रंजन विश्वास शामिल थे।

विधायक विवेक गुप्ता और TMC के युवा नेता सुदीप राहा भी धरना देने पहुंचे। दिल्ली पुलिस का कहना है कि रात में ही TMC के नेताओं को जाने के लिए बोल दिया गया था, लेकिन TMC नेता नहीं गए, इसलिए पुलिस ने TMC नेताओं को हिरासत में ले लिया और मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन ले गए, लेकिन जानने के लिए कहने पर भी वे नहीं गए और रात भर TMC डेलिगेशन मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन में ही रहा। वहीं मंगलवार सुबह भी TMC नेता मंदिर मार्ग पर ही धरने पर बैठे हैं।