प्रयागराज मंडल में बनवाई एमएसटी बनवाने वालो के लिए होगा ये फायदा

Prayagraj Zone

प्रयागराज (www.arya-tv.com) कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने के बाद रेलवे ने मंथली सीजन टिकट (एमएसटी) की व्यवस्था फिर शुरू कर दी है। अभी केवल अनारक्षित ट्रेनों में ही एमएसटी लेकर चलने की अनुमति है। उसके बावजूद प्रयागराज मंडल में सिर्फ 15 दिन में लगभग साढ़े 12 हजार लोग एमएसटी बनवा चुके हैं। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से पहले प्रयागराज मंडल में लगभग साढ़े 14 हजार लोगों ने एमएसटी बनवाई थी।

केवल अनारक्षित ट्रेनों में अभी एमएसटी की सुविधा

पिछले साल मार्च माह में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद रेलवे ने सभी सवारी गाड़ियों का परिचालन बंद कर दिया था। संक्रमण कम होने पर धीरे-धीरे सवारी गाड़ियों को स्पेशल या फेस्टिवल ट्रेनों के रूप में चलाया। अब भारतीय रेल में 95 फीसद से ज्यादा सवारी गाड़ियां चल रही हैं। अभी सभी पैसेंजर गाड़ियां नहीं चल रही हैं। कोरोना काल से पहले आरक्षित और अनारक्षित गाड़ियों में एमएसटी लेकर चलने की अनुमति थी। अभी कोरोना का संक्रमण समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए केवल अनारक्षित ट्रेनों में एसएसटी लेकर चलने की अनुमति दी है।

150 किमी दूरी की यात्रा एमएसटी से की जा सकती है

एमएसटी से अधिकतम 150 किलोमीटर की यात्री की जा सकती है। एक सितंबर से दोबारा एमएसटी बन रही है। पिछले 15 दिनों में लगभग साढ़े 12 हजार लोग एमएसटी बनवा चुके हैं। इससे रेलवे को लगभग 30,00,000 लाख का राजस्व मिल चुका है।

प्रयागराज मंडल के पीआरओ बोले

प्रयागराज मंडल के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) अमित कुमार सिंह का कहना है कि अभी अनारक्षित ट्रेनों में एमएसटी लेकर चलने की अनुमति है। प्रयागराज मंडल में लगभग साढ़े 12 हजार लोग एमएसटी बनवा चुके हैं।

लखनऊ और कानपुर रूट पर सबसे ज्यादा एमएसटी की मांग

प्रयागराज से बड़ी संख्या में लोग रोजाना कानपुर और लखनऊ रूट पर आते-जाते हैं। इसमें नौकरी पेशा लोगों की संख्या अधिक होती है। एमएसटी बंद होने पर इन लोगों को बड़ी परेशानी हो रही थी। अब फिर से एमएसटी व्यवस्था लागू कर दी गई है। इससे लोगों को राहत मिली है। हालांकि अभी आरक्षित ट्रेनों में चलने की अनुमति नहीं है। इसलिए लोगों को एमएसटी को बहुत ज्यादा लाभ नहीं मिल पा रहा है।