(www.arya-tv.com)जौनपुर जिले की शान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित दयाशंकर तिवारी किसी परिचय के मोहताज नहीं बल्कि पूरे जिले में गहलाई गांव के निडर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व.दयाशंकर जी का नाम पूरे उ.प्र.में बड़ी ही शालीनता से लिया जाता है। पर किस्मत का फेर देखिए जिस व्यक्ति ने अपनी जवानी देश को स्वतंत्र करने में लगा दी उसके प्ररेणा स्थल की मूर्ति का सिर धड़ से अलग कर दिया गया है। श्री तिवारी के पुत्र कृष्ण मोहन तिवारी बताते हैं कि इस प्रेरण स्थल को वर्ष 2004 में बड़ी मेहनत के साथ स्थापित किया गया था। जिसमें मूर्ति का अनावरण श्री काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री नरेंद्रानंद सरस्वती के कर कमलों द्वारा किया गया था। उस समय इनके इस कार्यक्रम में कई हजार लोग दूर—दूर से शामिल होने आये थे। पर आज कुछ असमाजिक लोगों द्वारा चुपके से इनकी मूर्ति के ऊपर के हिस्से को तोड़ने का कुकत्य किया गया है। जो कानूनी रूप से अपराध की श्रेणी में आता है। इस घटना के बाद से गांव के लोगों में अपराधियों के प्रति आक्रोश व्याप्त है। गांव के लोग घरने पर बैठने जा रहे थे, पर श्री तिवारी के पुत्र के हस्तक्षेप के बाद गांव वालों ने इसको टाल दिया। साथ ही इसकी शिकायत क्षेत्र के एसओ.और सी.ओ. को दी गयी है। पर कार्यवाही के नाम पर अभी तक कोई जानकारी हासिल नहीं हुई है।
- क्षेत्रीय नेताओं ने घटना की कड़ी निंदा की है
मडियाहूँ में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की मूर्ति तोड़ने की निंदा यहां के स्थानीय जन प्रतिनिधियों अख्तर खान,ललई सरोज, जितेंद्र कुमार सिंह “बच्चा” द्वारा की गयी है। साथ ही जल्द जल्द से कार्यवाही मांग की गयी है।
- परिवार की छवि पूरे का प्रभाव पूरे जिल में है
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित दयाशंकर तिवारी की छवि पूरे जिले में सबसे अलग है। श्री तिवारी के पुत्रों का क्षेत्र में अपना अलग ही मान सम्मान है। सभी राजनीतिक पार्टियों के लोग इनके परिवार से प्रभावित रहते हैं और सभी लोग जुड़ने की कोशिश करते है।