बकाया मांग रहे किसानों को आधी रात खदेड़ा:गन्ना भुगतान की मांग कर रहे किसानों को पुलिस ने हटाया

Lucknow

(www.arya-tv.com)11 हजार करोड़ रुपए के गन्ना भुगतान को लेकर धरने पर बैठे किसानों को पुलिस ने जबरन हटा दिया। शुक्रवार रात करीब 12 बजे सैकड़ों पुलिस वाले पहुंच गए और उन्होंने गन्ना संस्थान का कैंपस खाली करने को कहा। इसको लेकर किसान नेता वीएम सिंह और पुलिस के बीच बहस भी हुई। लेकिन दबाव में किसानों को हटाना पड़ा। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि इस दौरान पुलिस ने बल का प्रयोग किया ।

उत्तर प्रदेश किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले विभिन्न किसान संगठनों ने 15 जुलाई से गन्ना आयुक्त कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया था। जिसमें बड़ी संख्या में किसानों का हुजूम गन्ना संस्थान पहुंचा था। इस बीच खबर आ रही थी कि इस आंदोलन में और बड़ी संख्या में किसान आ रहे हैं। इसको देखते हुए पुलिस ने शुक्रवार की देर रात किसानों को गन्ना संस्थान के बाहर कर दिया। किसानों का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी भी की है। साथ ही लाठी भी भांजी है। जिसमें कई किसान चोटिल हो गए हैं।

आंदोलन बड़ा होगा

राष्ट्र किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह का कहना है कि हम इससे डरने वाले नहीं है। आंदोलन अभी और बड़ा होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने तानाशाही रवैया अपनाया है। किसाना शांतिपूर्वक अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे थे। लेकिन, पुलिस ने इस आंदोलन को रौंदने के लिए जिस तरीके का प्रयोग किया है वह निंदनीय है। किसानों का कहना है कि वह अपनी मांगों के लिए नहीं बल्कि हक के लिए लड़ रहे हैं।

अपनी मेहनत बर्बाद नहीं होने देंगे

उन्होंने कहा कि गन्ने की दर को 450 रूपए प्रति क्विंटल किया जाना चाहिए। लगातार महंगाई बढ़ रही है। गन्ना किसान बेहाल हैं। लेकिन सरकार को इन सब चीजों से फर्क नहीं पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल डीजल की कीमतों के कारण लगातार खेती की लागत बढ़ रही है। इसके अलावा किसानों का ब्याल जोड़ दिया जाए तो पिछले दस साल का करीब 8 हजार करोड़ रुपए का भुगतान होना है। ऐसे में किसानों को चीनी मिलों से करीब 19 हजार करोड़ रुपए का भुगतान लेना है। प्रदेश में 70 लाख किसान परिवार गन्ना से जड़े है।