बरेली(www.arya-tv.com) एफएसडीए ने बरेली स्थित परसाखेड़ा में दो नमकीन के कारखानों पर छापा मारा। बगैर लाइसेंस चल रहे एक कारखाने में बनाई जा रही रंगीन कचरी में सेहत के लिए बेहद खतरनाक रंगों की मिलावट का अंदेशा होने पर कई नमूने भरकर सारा स्टॉक सीज कर दिया गया। दूसरे कारखाने में भी नमकीन बनाने में मानकों का पालन न किए जाने पर दो सैंपल भरे गए। एफएसडीए की कार्रवाई से नमकीन फैक्टरियों के साथ कारोबारियों में भी हड़कंप मच गया।
होली से पहले एक बार फिर मुनाफाखोरी के लिए नमकीन उत्पादों में बड़े पैमाने पर मिलावट शुरू हो गई है। परसाखेड़ा में चल रहे कुछ कारखानों में खाद्य पदार्थों में घटिया सामग्री की मिलावट के गोपनीय जानकारी पर एफएसडीए के सहायक आयुक्त संजय पांडे और जिला अभिहित अधिकारी डीआर मिश्रा ने अपनी टीमों के साथ मंगलवार को परसाखेड़ा में दो नमकीन कारखानों पर छापा मारा।
आलम फूड प्रोडक्ट नाम के कारखाने में बिना लाइसेंस के ही रंगीन कचरी का उत्पादन होते मिला। जांच में टीम ने कचरी में तीखे रंग की मिलावट देखकर दो नमूने भरकर फैक्टरी में मौजूद करीब 4400 किलो कचरी का स्टॉक सीज कर दिया। फैक्टरी मालिक ने इसकी कीमत 1.32 लाख रुपये बताई।
एफएसडीए के अधिकारियों ने बताया कि कचरी में अखाद्य रंग मिलाए जा रहे थे जो सेहत के लिए नुकसानदेह है। फैक्टरी से लिए गए सैंपल जांच कराने के लिए लैब को भेजे जाएंगे और लैब की रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी। आलम फूड के बाद एफएसडीए टीम ने दूसरी फैक्टरी आरके ट्रेडर्स पर भी छापा मारकर नमकीन के दो नमूने भरे और करीब 15 हजार रुपये कीमत की नमकीन सीज कर दी। अधिकारियों ने बताया कि सभी नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जा रहा है।