हर मिनट 50 मीटर ऊपर से गुजरेंगे 100 यात्री:वाराणसी में PM मोदी करेंगे रोप-वे का शिलान्यास

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(www.arya-tv.com)  वाराणसी में 2 साल के बाद 50 मीटर की ऊंचाई पर हर मिनट 100 यात्री सफर करेंगे। अर्बन ट्रांसपोर्ट के मामले में दुनिया के तीसरे रोप-वे प्रोजेक्ट के लिए वाराणसी तैयार है। पहली बार भारत और दुनिया में लापाज और मैक्सिको सिटी के बाद वाराणसी तीसरा शहर होगा, जहां के पब्लिक ट्रांसपोर्ट में रोप-वे का इस्तेमाल होगा। 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका शिलान्यास कर देंगे।

स्विट्जरलैंड की कंपनी बर्थोलेट इसका निर्माण करेगी। पहले चरण में वाराणसी के रोप-वे की लंबाई 3.8 किलोमीटर होगी। जबकि, लापाज में 30 किलोमीटर और मैक्सिको में साढ़े 4 किलोमीटर लंबी रोप-वे है। वाराणसी में रोप-वे कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक चलेगा। इस सफर में महज 16 मिनट लगेंगे।

रोप-वे में कुल 150 केबल कार या ट्रॉलियां होंगी, जो कि सड़क से 50 मीटर ऊंचाई पर दौड़ेंगी। एक केबल कार पर 10 पैसेंजर सवार होंगे। 60 मिनट में दोनों साइड से 600 ट्रॉलियां गुजरेंगी। इस पर 6 हजार यात्री सवार होंगे। यानी कि हर मिनट दोनों साइड से 10 ट्रॉलियों पर सवार होकर 100 यात्री गुजरेंगे। यात्रियों को अपनी बारी के लिए लंबा इंतजार नहीं करना होगा।

कब तक बनेगा रोप-वे
नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनुराग त्रिपाठी के अनुसार, रोप-वे 2 साल के अंदर बन कर तैयार हो जाएगा। जमीन अधिग्रहण, तार और पाइप शिफ्टिंग का काम तेजी से चल रहा है। कुल लागत 644.49 करोड़ है।

क्या-क्या होंगी सहूलियतें
ट्रेन से कैंट स्थित वाराणसी जंक्शन या फिर रोडवेज बस से उतरने वाले यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। ट्रॉलियां यहीं से भरकर चलेंगी। कैंट से यात्रियाें को गोदौलिया के आसपास जैसे दशाश्वमेध घाट, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा स्नान, बनारसी साड़ी और कपड़ा, मसाला और अन्य मार्केट, जंगमबाड़ी मठ, दालमंडी, चौक, गिरजाघर, नई सड़क, लक्सा, रथयात्रा, सिगरा स्टेडियम, काशी विद्यापीठ, IP मॉल आदि जरूरी स्थानों पर पहुंचने में सहूलियत होगी। बनारस के विकराल जाम का शिकार नहीं होना होगा।

ये होंगे 5 स्टेशन
वाराणसी कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक कुल पांच स्टेशन होंगे। जिसमे कैंट रेलवे स्टेशन,काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर और गोदौलिया चौराहे पर स्टेशन बनाया जाएगा।

वाराणसी के विकराल जाम से बचेंगे
वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल ने बताया कि देश का पहला पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोप-वे वाराणसी में पहले चरण में वाराणसी कैंट से गोदौलिया के बीच चलाया जाएगा। यहां के पुराने इलाकों की सड़कें सकरी होने और ट्रैफिक का दबाव बढ़ने से अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। इससे देसी-विदेशी पर्यटकों के अलावा स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

स्विट्जरलैंड और NHLML करेगा निर्माण
प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि बोलीविया के लापाज और मैक्सिको के मैक्सिको सिटी बाद विश्व में भारत तीसरा देश और वाराणसी पहला शहर होगा, जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोप-वे का इस्तेमाल होगा। उन्होंने बताया कि यह पायलट प्रोजेक्ट है। इसका निर्माण स्विट्जरलैंड आधारित कंपनी बर्थोलेट, विश्व समुद्र और नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड (NHLML) करेगी।

ट्रॉलियों में वाराणसी के विरासत की झलकियां
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अनुराग त्रिपाठी ने जानकारी दी कि रोप-वे के लिए बनने वाले सभी स्टेशन पर वाराणसी की कला, धर्म और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। रोप वे की ट्रॉली पर भी वाराणसी की विरासत दिखेगी।