उस रात एक सर्जरी हुई और फिर… लखनऊ का वो अस्पताल जिसे लोग आज भी ‘भूतिया’ बोलते हैं!

# ## Lucknow

(www.arya-tv.com) ‘अस्पताल के परिसर में रात में हम निकलते ही नहीं’! ‘अंधेरा होने के बाद ये जगह भूतिया बन जाती है’! ‘यहां छम छम की आवाज आती है’। न जाने ऐसी कितनी ही बातें उत्तर प्रदेश के लखनऊ के अस्पताल को लेकर हमारी रिसर्च टीम को मिली।

ये अफवाह थी या लोगों के दिमाग का भ्रम ये जानना जरूरी था। बस फिर क्या था टीम एनबीटी निकल पड़ी अपनी पड़ताल के लिए। अस्पताल के हॉन्टेड होने की कहानी से पर्दा उठाने। सवाल था आखिर क्यों एक अच्छे खासे अस्पताल को लोग भूतिया बोलते हैं। क्यों लखनऊ का बलरामपुर अस्पताल देश के हॉन्टेड प्लेस में शामिल किया जाता है?

लखनऊ का अस्पताल रात होते ही बन जाता है ‘भूतिया’

बलरामपुर अस्पताल में रोज सैकड़ों मरीज आते हैं। दोपहर में देखे तो ये एकदम सामान्य अस्पताल की तरह नजर आता है। मरीजों में कोई डर नहीं होता। कोई सर्दी-खांसी के इलाज के लिए डॉक्टर को दिखाने आता है तो कोई अपनी सर्जरी करवाने।

कैंसर जैसी बीमारियों के लिए भी यहां अलग से व्यवस्था है। तमाम जांच सुविधाएं, तमाम इलाज। मरीजों को अस्पताल पर पूरा भरोसा है, लेकिन फिर ऐसा क्या होता है कि रात होते ही वही मरीज इसी अस्पताल में बाहर निकलने से भी डरने लगते हैं।

क्यों लोगों को लगता है यहां आत्माओं का साया है?

जैसे ही शाम होती है, सूरज ढलता है मरीज अपने कमरे से बाहर निकलना भी नहीं चाहते। यहां तक की परिसर के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। अस्पताल का काफी बड़ा कैंपस है, लेकिन अंधेरा होने के बाद आपको उस कैंपस में कोई भी घूमता नजर नहीं आएगा।

लोगों का मानना है कि अगर रात में वो इस अस्पताल में घूमेंगे तो उनके साथ अनहोनी हो जाएगी। लोगों का लगता है कि यहां पैरानॉर्मल एक्टिविटी होती हैं। आसपास के लोगों के मुताबिक इस अस्पताल में रात होते ही बुरी आत्माओं का साया पड़ने लगता है जो लोगों की जिंदगी खतरे में डाल सकता है।

उस रात एक सर्जरी हुई और फिर…

हमने जब आसपास के लोगों से इस तरह के भ्रम के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने हमें इस अस्पताल से जुड़ी एक कहानी बता दी। लोगों ने बताया कि सालों पहले यहां एक ऑपरेशन हुआ था। एक मरीज को अस्पताल में सर्जरी के लिए लाया गया था। मरीज को अभी बाहर ही रखा था।

डॉक्टर बस आने वाले थे, लेकिन डॉक्टरों के आने से पहले ही उस मरीज की सर्जरी पूरी हो गई। किसी को पता नहीं चला कि वो ऑपरेशन किसने किया। डॉक्टर भी हैरान थे, अस्पताल प्रशासन भी इस बात को नहीं समझ पाया। तब से लोगों में इस अस्पताल को लेकर खौफ बढ़ता चला गया।

बलरामपुर अस्पताल की हॉन्टेड कहानी का सच

यहां के लोगों का मानना है कि ये अस्पताल कब्रिस्तान की जगह पर बना है। पहले यहां कब्रिस्तान था, लेकिन बाद में अस्तपताल को जगह अलॉट कर दी गई और फिर इस अस्पताल का निर्माण हुआ।

बस यही वजह है कि यहां लोगों के दिलो दिमाग में वो डर भरा हुआ है। जितने मुंह उतनी बातें इस अस्पताल को लेकर होती हैं। हालांकि पूरे दिन यहां देखकर आपको ऐसा कुछ भी नहीं लगेगा। मरीज सामान्य तरीके से अस्पताल में आते-जाते हैं। कुछ समय पहले अस्पताल के परिसर में एक मंदिर का निर्माण करवाया गया।

कुछ लोगों का ये भी कहना है कि अस्पताल में मंदिर बन जाने से अब बुरी शक्तियों का प्रकोप कम जरूर हुआ है, लेकिन डर आज भी लोगों के दिमाग में वैसे ही बना हुआ है।