अब नहीं नीलाम होगा सनी देओल का जुहू वाला बंगला, बैंक ऑफ बड़ौदा का नोटिस 24 घंटे में रद्द

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(www.arya-tv.com) सनी देओल के जूहु वाले बंगले की नीलामी की खबर सुनकर हर कोई सकपका गया था। कहा गया था 25 सितंबर को इनका ‘सनी विला’ नीलाम हो जाएगा। मगर अब ऐसा नहीं होगा। खुद ये बात बैंक की तरफ से कही गई है। उन्होंने नोटिस जारी कर इसकी जानकारी दी है। बताया है कि तकनीकि कारणों के कारण ई-ऑक्शन नोटिस को वापस ले लिया गया है। जबकि रविवार 20 अगस्त को नोटिस जारी कर बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा था कि 25 सितंबर को 56 करोड़ का लोन न चुका पाने के कारण, बंगला नीलाम होगा।

दरअसल, मामला 2016 का है, जब सनी देओल ने ‘घायल’ का सीक्वल ‘घायल वन्स अगेन’ बनाने के लिए बैंक से लोन लिया था। और इसके लिए उन्होंने अपने ही विला को गिरवी पर रख दिया था। उन्हें करीब 56 करोड़ रुपये बैंक को लोन के तौर पर चुकाने थे। वह ऐसा नहीं कर पाए तो अब 7 साल बाद बैंक ने कठोर कदम उठाया और नीलामी का नोटिस जारी कर दिया। लेकिन बाद में उस नोटिस वो वापस भी ले लिया।

बैंक ने लिया नीलामी का नोटिस वापस

‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने तो उनसे बात करने और इस मामले पर बोलने से इनकार कर दिया था।, वहीं देओल परिवार के एक करीबी ने बताया था कि वह इस मामले का निपटारा करने की कोशिश कर रहे हैं और उम्मीद है कि वो जल्द ही कामयाबी भी हासिल कर लेंगे। मगर इसके बाद ही 21 सितंबर को जो विज्ञापन अखबार में आया, उसमें बैंक ने साफ लिखा कि उन्होंने सनी देओल का जो बंगला नीलाम होना था, वो तकनीकि कारणों से उस नोटिस को वापस ले लिया है।

सनी देओल के बंगले की खास बातें

बता दें कि सनी देओल के विला की ऑनलाइन बोली 25 सितंबर 2023 को लगनी थी। इसके लिए बैंक की तरफ से बंगले की कीमत करीब 51.43 करोड़ रखी गई थी। इसके लिए नोटिस भी जारी किया गया था। बताया गया था कि 14 सितंबर को इस विला का निरीक्षण किया जाएगा। फिर इसकी बोली लगाई जाएगी, जिससे लिए गए पैसे वसूल किए जा सकें। बताया जाता है कि यही बंगला एक्टर का ऑफिस है। जिसमें सनी सुपर साउंड, प्रीव्यू थिएटर और दो प्रोस्ट प्रोडक्शन्स के लग्जरी रूम्स हैं।

कांग्रेस ने मचाया शोर- 24 घंटे में नोटिस रद्द कैसे

जैसा कि आप जानते हैं कि सनी देओल बीजेपी सांसद हैं। अब ऐसे में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने नोटिस रद्द करने पर सवाल उठाए हैं। जयराम रमेश ने बैंक की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर 24 घंटे में ऐसा क्या हो गया कि बैंक को नोटिस रद्द करना पड़ा। कांग्रेस नेता ने कहा कि बैंक ने इसके लिए तकनीकी कारणों का हवाला दिया है। ऐसे में बैंक को यह बताना चाहिए कि आखिरी 24 घंटे में उन्हें कौन से तकनीकी कारण नजर आ जाए, तो पहले नहीं दिखे।