मुखर्जी ने एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी: विरेंद्र तिवारी

Lucknow

लखनऊ। स्वतंत्र भारत के प्रथम बलिदानी परम् पूज्य डॉ०श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने “एक भारत-श्रेष्ठ भारत”, अखण्ड भारत की परिकल्पना तथा एक देश में एक विधान, निशान एवं एक प्रधान के सपने को साकार करने हेतु अपने प्राणों की आहुति दीं। उक्त बातें उ०प्र०राज्य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ(यूपीसीएलडीएफ) के चेयरमैन एवं उ०प्र०भाजपा के पूर्व प्रदेश मंत्री वीरेन्द्र कुमार तिवारी ने जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को आज 66वें बलिदान दिवस पर लखनऊ के सरोजनीनगर क्षेत्र में सरोजनीनगर दक्षिण-2 मण्डल के बूथ संख्या-304 पर रहकर उनके चरणों में पुष्पांजलि एवं श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उपस्थित कार्यकर्ताओं के बीच कही।

उन्होंने कहा कि 135 करोड़ देशवासियों के संकल्प “जहाँ हुए बलिदान मुखर्जी, वो कश्मीर हमारा है” को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 व 35ए को पूर्ण रूप से समाप्त करके देश के बलिदानियों के सपनों को साकार कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि देने का काम किया है।

यू.पी.सी.एल.डी.एफ. के चेयरमैन श्री तिवारी ने बताया कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की आज ही के दिन 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गये थे, इस दिन को हम सभी भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी-कार्यकर्ता ‘बलिदान दिवस’ के रूप में मनाते हैं।