3 बेटों के बाद बेटी हुई तो…कांवड़ लेने पहुंचा परिवार:दिल्ली से पैदल ही कांवड़ यात्रा पर निकले

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(www.arya-tv.com) भोलेनाथ से जो मांगो वो अपने भक्तों को जरूर देते हैं। दिल्ली दरियागंज निवासी दीपक इसका उदाहरण हैं। दीपक अपने छोटे छोटे बच्चों और परिवार के साथ हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रहे हैं। पैदल ही पूरा परिवार भोलेनाथ की भक्ति करता हुआ आगे बढ़ रहा है।

दीपक बताते हैं कि बाबा ने मन की मुराद पूरी कर दी। 3 बेटों के बाद बेटी की चाहत थी, बाबा ने उसे देकर मेरी खाली झोली भर दी है। इसलिए मन्नत मांगी थी कि बाबा को परिवार संग कांवड़ लाकर चढ़ाऊंगा। अब वहीं मन्नत पूरी करने निकला हूं।

बेटी होने पर लेकर आ रहे कांवड़
भगवा कपड़ों में गंतव्य की ओर बढ़ते हुए दीपक कहते हैं हमारे तीन बेटे हैं। लेकिन बेटी नहीं थी। बड़ी इच्छा थी कि गौरास्वरूप एक बेटी से घर आंगन चहके। बाबा के दरबार में सिर झुकाकर प्रार्थना की थी कि बेटी से झोली भर दें। भोलेनाथ ने हमारी मुराद पूरी कर दी है। भोलेनाथ ने दंपत्ति को खुशियां दी तो दंपति परिवार के साथ भोलेनाथ की शरण में हरिद्वार पहुंच गया और वहां से पैदल कांवड़ लाकर भोलेनाथ का धन्यवाद दिया है।

बेटी का नाम रखा वैष्णवी
दीपक ने बताया कि उसके तीन बेटे हैं शिवम, बिरजू , कृष्णा है। इस दौरान दीपक ने बताया कि उसने भगवान भोले शंकर से मुराद मांगी थी कि उसके एक बेटी भी पैदा हो। भोले शंकर ने दीपक की विश को पूरा कर दिया और उसके घर में एक बेटी ने जन्म लिया। जिसका नाम दीपक ने वैष्णवी रखा। घर में बेटी के रूप में आई लक्ष्मी से पूरा परिवार झूम उठा।

कुछ माह पहले दीपक का तीसरा बेटा कृष्ण जो 2 वर्ष का था, 30 फुट ऊंची छत से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस दौरान कृष्ण के दोनों पैर टूट गए थे। कृष्ण का इलाज एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था। वहीं दीपक ने परेशान होकर भोले शंकर से अस्पताल में मुराद मांगी थी कि अगर मेरा बेटा कांवड़ शुरू होने से पहले ठीक हो जाता है, तो वह अपने बेटे और पूरे परिवार को लेकर हरिद्वार कांवड़ लेने जाएगा।

पैदल हरिद्वार से ला रहे कांवड़
भोले शंकर ने उसकी यह मुराद भी कांवड़ यात्रा से पहले पूरी कर दी। जिसके बाद दीपक अपनी पत्नी सोनम तीनों बेटे शिवम, बिरजू, कृष्णा और बेटी वैष्णवी के साथ पैदल हरिद्वार से कांवड़ लेकर अपने घर दिल्ली के लिए रवाना हो गया।