(www.arya-tv.com) रूस फाइटर जेट्स ने मंगलवार को ब्लैक सी (काला सागर) में अमेरिकी ड्रोन MQ-9 रीपर को मार गिराया है। अमेरिका का दावा है कि यह घटना तब हुई जब रूसी जेट और अमेरिकी ड्रोन ब्लैक सी के ऊपर इंटरनेशनल एयरस्पेस में चक्कर लगा रहे थे। अमेरिका ने कहा कि दो रशियन Su-27 फाइटर जेट्स ने अमेरिकी ड्रोन को पहले 40 मिनट तक घेरा फिर ऊपर से फ्यूल गिराया। इससे ड्रोन के प्रोपैलर को नुकसान पहुंचा। इसके बाद ड्रोन को तबाह कर ब्लैक सी में गिरा दिया।
इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच टकराव की आशंका बढ़ गई है। US एयरफोर्स के जनरल जेम्स हैकर ने रूस की हरकत को बेहद गैरजिम्मेदार और भड़काऊ बताया है। उधर, रूस ने अमेरिका के आरोपों से इनकार किया। उसने कहा कि हमारे फाइटर जेट किसी भी अमेरिकी ड्रोन के संपर्क में नहीं आए हैं। साथ ही कहा कि हम अमेरिका के साथ टकराव नहीं चाहते हैं।
ब्लैक सी यूरोप और एशिया के बीच स्थित है। यह उत्तर दिशा में यूक्रेन, उत्तरपश्चिम में रूस, पूर्व में जॉर्जिया, दक्षिण में तुर्किये और पश्चिम में बुल्गारिया और रोमानिया से घिरा है। रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते ब्लैक सी में पिछले कई महीनों से तनाव बना हुआ है। यहां रूसी और अमेरिकी विमान अक्सर उड़ान भरते रहते हैं, लेकिन यह पहली बार हुआ है जब दोनों विमान आमने-सामने आ गए।
अमेरिका ने कहा- हम उसे ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि वह गलत हाथों में न लगे
अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने कहा कि अनआर्म्ड रीपर ड्रोन रूटीन गश्त पर था। यूक्रेन के क्रीमिया प्रायद्वीप से करीब 128 किमी दक्षिण-पश्चिम में दो रूसी Su-27 फाइटर जेट्स करीब 40 मिनट तक अमेरिकी रीपर ड्रोन के आसपास उड़ान भर रहे थे।
इसके बाद ये लड़ाकू विमान इसके ऊपर उड़ान भरने लगे और ड्रोन को नीचे लाने के लिए मजबूर किया। पेंटागन ने कहा कि यूक्रेन जंग के बाद से रूस और अमेरिकी सेनाओं के बीच यह पहला फिजिकल संपर्क हुआ है। अमेरिका के एक अधिकारी ने कहा कि अभी तक गिरे हुए ड्रोन को बरामद नहीं किया गया है। हम उसे ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि वह गलत हाथों में न लगे।
US एयरफोर्स ने रूस के रवैये को गैरजिम्मेदार और भड़काऊ बताया
US एयरफोर्स के जनरल जेम्स हैकर ने कहा- रूस की एयरफोर्स का रवैया बेहद गैरजिम्मेदाराना और भड़काऊ है। इसे प्रोफेशनल वर्कआउट भी नहीं कहा जा सकता। उनके दोनों एयरक्राफ्ट भी क्रैश हो सकते थे। वो पहले भी इस तरह की हरकतें करते रहे हैं। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं।
रूसी राजदूत ने कहा- अमेरिका से टकराव नहीं चाहते
रूस ने अमेरिका के आरोपों को गलत ठहराया है। रूस का कहना है कि अमेरिकी ड्रोन ने करतब दिखाते हुए टर्न लिया, जिससे वह क्रैश हो गया। वह रूसी एयरक्राफ्ट्स से संपर्क में भी नहीं आया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने यह भी कहा कि MQ-9 रीपर ड्रोन ने उड़ान के दौरान अपने ट्रांसपोन्डर्स बंद कर रहे थे, ताकि उसे कोई ट्रैक न कर सके।
उधर, अमेरिका ने रूसी राजदूत अनातोली एंटोनोव को तलब किया। अमेरिका के विदेश मंत्रालय पहुंचकर रुसी राजदूत ने कहा कि अमेरिकी विमानों का रूसी सीमा के पास होने से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि रूस अमेरिका से टकराव नहीं चाहता है।