शिक्षकों की डिजिटल हाजिरी पर क्या है जयंत चौधरी का स्टैंड, RLD चीफ ने दे डाली ये नसीहत

# ## Meerut Zone UP

(www.aryatv.com) उतर प्रदेश के बेसिक, कंपोजिट व कस्तूरबा स्कूलों में डिजिटल हाजिरी लागू होने के लेकर पूरे प्रदेश के शिक्षक इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं. इसके विरोध में प्रदेशभर के शिक्षक सड़कों पर उतर आए हैं. वहीं अब इस आदेश को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) अध्यक्ष जयंत चौधरी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.

जयंत चौधरी ने डिजिटल हाजिरी का विरोध करने वाले शिक्षकों नसीहत भी दे डाली है. जयंत चौधरी ने डिजिटल हाजिरी का विरोध करने वाले शिक्षकों को लेकर कहा कि टेक्नोलॉजी से बचना नहीं चाहिए, उससे पारदर्शिता आती है. रालोद चीफ ने कहा कि जो सरकारी नौकरी कर रहें हैं उनकी नैतिक जिम्मेदारी है, उन्होंने शपथ ली है उस शपथ और ड्यूटी का ध्यान दिलाता हूं. उन्होंने कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं, सरकार को काम करने का मौका मिल रहा है. तरीका अलग है, युवा नौकरी करने के बजाय नौकरी पैदा कर रहे हैं.

मेरठ के सीसीएसयू में जन शिक्षण संस्थान जोनल कांफ्रेंस में पहुंचे जयंत चौधरी ने कहा पीएम मोदी का पूरा फोकस युवाओं को आगे बढ़ाने पर है. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष कराते हुए कहा विपक्ष और सत्ता में फर्क होता है, पहले मिलते थे तलवार और गदा, अब मिलता है शॉल और पौधा.

मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में जन शिक्षण संस्थान (JSS) के परफॉर्मेंस पर एक जोनल कॉन्फ्रेन्स का आयोजन किया गया. इस प्रोग्राम में कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जयंत चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. इस मौके पर रालोद मुखिया ने कहा कि 15-45 वर्ष के युवा JSS संस्था के साथ जुड़े हुए हैं. आज पंचायत स्तर पर युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देना बहुत जरूरी है. सिर्फ डिग्री हासिल करना जरूरी नहीं है बल्कि लाइफलॉन्ग लर्निंग अत्यन्त आवश्यक है. आज ग्रामीण युवाओं को अपनी क्षमताओं को पहचानना होगा तभी आगे बढ़कर वे सफल नेतृत्व कर सकते हैं.

इस कार्यक्रम में यूपी के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार, कपिल देव अग्रवाल, सांसद डॉ राजकुमार सांगवान, सांसद चंदन चौहान, मंत्री डॉ सोमेंद्र तोमर, एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज, एमएलए अमित अग्रवाल, एमएलए गुलाम मोहम्मद जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी भी मौजूद रहे.