- डॉ. राजेश्वर सिंह भावी पीढ़ी को दे रहे शिक्षा की मजबूत नींव
- सुविधा-संसाधन के अभाव में कोई भी बच्चा शिक्षा से न रहे वंचित : डॉ. राजेश्वर सिंह
लखनऊ। अज्ञानता के अंधकार को दूर करने के लिए शिक्षा की एक लौ ही काफी है और इसी लौ के माध्यम से भावी पीढ़ी के भविष्य को रौशन कर रहे हैं सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह जो कि सरोजनीनगर के समग्र विकास के लिए सदैव तत्पर दिखाई देते हैं, विधायक राजेश्वर सिंह को बच्चों से भी खासा लगावा है, बच्चों की गुणवत्तापरक शिक्षा व उन्हें हर सुविधा-संसाधन उपलब्ध कराने के लिए वे हर क्षण प्रयासरत रहते हैं।
सरोजनीनगर के देव सिंह खेड़ा कल्ली पश्चिम स्थित बाल शिक्षा केंद्र के माध्यम से यूडी त्रिवेदी मेमोरियल फाउंडेशन के अध्यक्ष अरुण कुमार मिश्र वंचित व गरीब बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे है, उनके द्वारा क्षेत्र में रहने वाले छोटे बच्चों को बांस बल्ली व टट्टर से निर्मित बाल शिक्षा केंद्र में कक्षा 1 से कक्षा 3 तक के बच्चों को शिक्षा व अन्य आवश्यक सामग्री दी जा रही है परन्तु इस साल वर्षा के कारण बांस बल्ली व टट्टर से बना यह स्कूल सड़कर नष्ट हो गया।
इस स्थिति के बारे में जब अरुण कुमार ने क्षेत्र के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह को बताया व सहायता हेतु आग्रह किया तो विधायक ने बाल शिक्षा केंद्र हेतु उच्च गुणवत्ता वाले शेड निर्माण के लिए तत्काल ही आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई। भावी पीढ़ी की बेहतर शिक्षा के लिए संकल्पित विधायक राजेश्वर सिंह के प्रयासों से अब श्री पीताम्बरा बगलामुखी सिद्ध पीठ ट्रस्ट द्वारा बाल शिक्षा केंद्र का शेड निर्माण कराया जा रहा है। शेड निर्माण के बाद बच्चों को कड़ी धूप और वर्षा का सामना नहीं करना पड़ेगा तथा सेफ्टी भी मिलेगी।
क्षेत्रीय लोग विधायक राजेश्वर सिंह द्वारा किये गए इस कार्य के लिए काफी सराहना कर रहे हैं। बाल शिक्षा केंद्र से जुड़े लोगों व सुमन मिश्रा, दीक्षा सिंह, सूरज नाथ और अल्पना नाथ ने विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह के सहयोग के लिए उनका आभार जताया।
आपको बता दें कि डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा अपने क्षेत्र के तीन स्कूलों को गोद लेकर मॉडल स्कूल के रुप में स्थापित करवाएं जा रहे हैं, उन्होंने क्षेत्र के 55 प्राइमरी स्कूलों में 5 विभिन्न प्रकार के झूल लगवाए हैं, बच्चों की डिजिटल साक्षरता के लिए स्कूलों में कंप्यूटर सिस्टम प्रदान कर डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना करवाई है। इसके अलावा विधायक के द्वारा बच्चों को शिक्षा व खेलकूद के अनेकों अवसर व संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
डॉ. राजेश्वर सिंह का मानना है कि सुविधा-संसाधन के अभाव में कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए, इसके लिए वे सदैव प्रयासरत भी रहते हैं।