(www.arya-tv.com) कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैय्या अपनी पत्नी भानवी सिंह से तलाक मांग रहे हैं। दिल्ली के साकेत कोर्ट में उनके मामले को सुना जा रहा है। इसी दौरान पहली बार उनकी पत्नी भानवी सिंह ने कहा, मेरे परिवार का भविष्य उज्जवल है और मैं उनको कभी भी तलाक नहीं दूंगी।
‘मैं उनको तलाक नहीं दूंगी, मुझे जो कहना था वो मैंने अदालत में कह दिया है, मैं जो कहूंगी वह भी अदालत में ही कहूंगी। इस बयान के बाद से राजा भैया को जानने वाले लोग भानवी सिंह के बारे में भी जानना चाह रहे हैं। इसलिए हम आपको उनके बारे में बताते हैं।
रानी भानवी सिंह का जन्म 10 जुलाई 1974 को बस्ती में हुआ था। वह बस्ती के राजा के छोटे बेटे रवि प्रताप सिंह की बेटी हैं। शुरुआती पढ़ाई बस्ती से करने के बाद भानवी ने लखनऊ में पढ़ाई की। साल 1995 में राजा भैया की भानवी कुमारी से शादी हुई थी। दोनों के चार बच्चे दो बेटियां और दो बेटे हैं। बेटे का नाम बृजराज सिंह और शिवराज सिंह है। वहीं बेटियों के नाम राघवी सिंह और बृजेश्वरी सिंह है।
भानवी सिंह का ताल्लुक बस्ती के उसी राजघराने से है जिस राजघराने में कभी गुमनामी बाबा रहते थे। गुमनामी बाबा के बारे में दंत कथाएं हैं कि वही आजाद हिंद फौज के संस्थापक सुभाष चंद्र बोस हैं। इस बात की पुष्टी बस्ती राजघराने की राजमाता आशिमा सिंह कर चुकी हैं। आशिमा सिंह ने बताया था कि गुमनामी बाबा उनके राजमहल के आउट हाउस में रहा करते थे।
एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक आशिमा सिंह ने बताया,’गुमनामी बाबा नेपाल के राजा की सिफारिश पर बस्ती राजभवन में रहने आए थे। उनसे मिलने तमाम लोग आते रहते थे जिनमें विदेशी मीडिया के लोग भी शामिल थे। बाद में वह अयोध्या चले गए थे जहां गुमनामी बाबा की 18 सितंबर 1985 को मौत हो गई थी।