(www.arya-tv.com) लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ने लग गया है। इस बीच उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे। ये ऐलान यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कर दिया है। वहीं, अजय राय का कहना है कि अगर प्रियंका गांधी की इच्छा हुई तो वाराणसी का एक-एक पार्टी कार्यकर्ता काम पर लगेगा।
अजय राय ने इशारों ही इशारों में कह दिया है कि प्रियंका को पीएम मोदी के खिलाफ उतारा जा सकता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर हमला बोला है। उनका कहना है कि इस समय स्मृति ईरानी बौखला गई हैं। अब जनता जवाब मांगती है।यूपी के कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय राय ने शुक्रवार को दावा किया कि पार्टी सांसद राहुल गांधी 2024 का लोकसभा चुनाव अमेठी से लड़ेंगे।
जब अजय राय से पूछा गया कि राहुल गांधी लोकसभा चुनाव में किस सीट से चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर राहुल गांधी अमेठी सीट से चुनाव लड़ेंगे। हमारे कार्यकर्ता उनकी सफलता के लिए मर मिटेंगे।
कांग्रेस ने संगठन में किया है फेरबदल
कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर तैयारी में जुटी हुई है। पार्टी ने एक संगठनात्मक फेरबदल भी किया है। उसने गुरुवार को बृजलाल खाबरी को पद से हटाकर पूर्व विधायक अजय राय को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (यूपीसीसी) के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी नए जोश के साथ कार्यकर्ताओं में जान फूंकने की कोशिश में जुटी हुई है।
खबरी ने पिछले साल अक्टूबर में यूपीसीसी प्रमुख का पद संभाला था। वह पहले तीन दशकों तक बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में रहे थे। विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के कुछ महीनों बाद राज्य कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति की गई थी। हालांकि पार्टी में लोगों को उनकी नियुक्त की बात अंदरखाने हजम नहीं हुई थी और बेचैनी जैसी स्थिति पैदा हो गई थी।
राहुल गांधी के भरोसेमंद हैं अजय राय!
बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनावों से पहले राय को शीर्ष पद पर बैठाने का निर्णय पार्टी के भीतर उनके बढ़ते कद को दर्शा रहा है। उनका कद लगातार बढ़ता जा रहा है।मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कांग्रेस के एक पदाधिकारी का कहना है कि राहुल गांधी ने राय की नियुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 80 लोकसभा सीटों वाले राज्य यूपी में कांग्रेस पूरी दमखम झोंकना चाहती है।
अजय राय अब पूर्वांचल क्षेत्र विशेष रूप से बनारस का प्रतिनिधित्व करने वाला एक मुखर चेहरा बन गए हैं। बताया जाता है कि उनकी न केवल भूमिहार समुदाय के बीच बल्कि ब्राह्मण और अन्य जातियों के बीच भी अच्छी पकड़ है। राय 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उतरे थे।