राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग बताया सेक्युलर पार्टी, भाजपा बोली-विभाजन के बीज बो रहे राहुल

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(www.arya-tv.com) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मुस्लिम लीग पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष पार्टी है, मुस्लिम लीग के बारे में कुछ भी गैर-धर्मनिरपेक्ष नहीं है। केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के साथ कांग्रेस के गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ये टिप्पणी की। राहुल ने कहा कि मुझे लगता है कि जिस व्यक्ति ने सवाल भेजा है, उसने मुस्लिम लीग के बारे में अध्ययन नहीं किया है। राहुल गांधी इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं।

गौरतलब है कि केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ गठबंधन की एक सहयोगी पार्टी है। संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने से पहले राहुल गांधी ने लोकसभा में केरल के वायनाड का प्रतिनिधित्व किया था।

राहुल गांधी के इस बयान पर बीजेपी के कई नेताओं ने उन पर हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि मुस्लिम लीग को ‘सेक्युलर’ कहने वाली मानसिकता खतरनाक है। मैं राहुल गांधी के ओछे बयान को नहीं बल्कि कांग्रेस की प्रवृत्ति को गंभीरता से लेता हूं।

अगर मुस्लिम लीग धर्मनिरपेक्ष है, तो वे विभाजन के बीज बो रहे है।  वहीं यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर कहा कि राहुल गांधी का यह बयान बहुत दुखद है। भारत के लोग कभी भी विदेशी धरती पर देश का अपमान स्वीकार नहीं करेंगे।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 2024 का चुनाव सामने है, राहुल गांधी जो कुछ भी कहना चाहते हैं, उन्हें यहां जनता के बीच आकर बोलना चाहिए। वे विदेशी धरती पर देश का अपमान क्यों कर रहे हैं? उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी इंडियन मुस्लिम लीग पार्टी को पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष बताने के लिए राहुल गांधी पर निशाना साधा है। किरेन रिजिजू ने यह भी सवाल किया कि धार्मिक आधार पर भारत के विभाजन के लिए जिम्मेदार मोहम्मद अली जिन्ना की मुस्लिम लीग एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी कैसे हो सकती है।

 रिजिजू ने ट्विटर पर कहा कि ‘जिन्ना की मुस्लिम लीग एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है? धार्मिक आधार पर भारत के विभाजन के लिए जिम्मेदार पार्टी एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है? बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में कुछ लोग अभी भी मुस्लिम लीग का समर्थन करने वाले व्यक्ति को धर्मनिरपेक्ष मानते हैं।