BOB में लॉकर धारकों का हंगामा:बैंक सुरक्षा को बुलानी पड़ी पुलिस और PAC

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(www.arya-tv.com) कानपुर की बैंक ऑफ बड़ौदा में बैंक लॉकर धारकों ने सोमवार को जमकर हंगामा किया। किदवईनगर शाखा में लॉकर काटकर डेढ़ करोड़ के जेवरात चोरी होने के बाद से खाता धारकों को डर सता रहा कि कहीं उनके लॉकर भी तो नहीं काट दिया गया। इसके चलते सोमवार को लोग बैंक पहुंचे। लोगों ने हंगामा भी किया। इसके चलते बैंक के बाहर पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। सभी को टोकन सिस्टम से एक-एक करके उनका लॉकर चेक करने के लिए अंदर भेजा जा रहा है।

अपने लॉकर चेक करने पहुंचे लोग, टोकन देकर की जा रही एंट्री

बैंक ऑफ बड़ौदा किदवई नगर के-ब्लॉक ब्रांच में 24 मार्च को लॉकर काटकर डेढ़ करोड़ के जेवरात चोरी करने का मामला सामने आया था। खाता धारक बसंत विहार नौबस्ता निवासी रमा अवस्थी ने मामले में नौबस्ता थाने में ब्रांच मैनेजर और कर्मचारियों के खिलाफ चोरी की एफआईआर दर्ज कराई थी। लॉकर कटने के बाद इस ब्रांच के खाता धारकों में खलबली मच गई थी। शनिवार और रविवार की छुट्‌टी होने के चलते कोई भी बैंक में अपने लॉकर जांच नहीं सका था।

अब सोमवार को सुबह 10 बजे बैंक खुलते ही लॉकर धारकों की भीड़ टूट पड़ी। इस दौरान लोगों ने बैंक प्रबंधन पर चोरी का आरोप लगाकर जमकर हंगामा भी किया। बैंक प्रबंधन की सूचना पर बैंक में भारी फोर्स तैनात कर दी गई। करीब 145 लोग अपने लॉकर चेक करने पहुंचे। इन सभी को टोकन नंबर अलॉट कर दिया गया और बारी-बारी से सभी को बैंक में अपना लॉकर चेक करने के लिए भेजा जा रहा है।

पुलिस और पीएसी ने संभाला मोर्चा
इस बार बैंक का लॉकर कटने के बाद पब्लिक का भी सब्र टूट गया। बैंक के खाता धारकों ने बैंक के बाहर हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि बैंक प्रबंधन की लापरवाही के चलते अपना लॉकर भी चेक नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें आशंका है कि उनका भी तो लॉकर काटकर जेवरात चोरी नहीं कर लिए गए हैं। बवाल बढ़ता देख बैंक प्रबंधन की सूचना पर नौबस्ता थाने की पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है।

लॉकर की जांच करने में लगेंगे कई दिन
बैंक मैनेजर कमलेश गुप्ता ने बताया कि बैंक में 540 लॉकर हैं। करीब डेढ़ सौ लोग सोमवार को अपना लॉकर चेक करने पहुंचे हैं। इन सभी को बारी-बारी से उनका लॉकर चेक करने के लिए भेजा जा रहा है। अभी तक लॉकर कटने का कोई अन्य मामला सामने नहीं आया है। वहीं, दूसरी तरफ सभी लॉकर धारकों को बैंक से कॉल करके लॉकर चेक करने के लिए भी कहा जा रहा है। इससे एक बार ही जांच में साफ हो सके कि किसी और लॉकर को तो नहीं काटा गया है।