पायलट को 18 लोगों की चुनौती, गहलोत-डोटासरा-डूडी के सामने कोई नहीं, आखिर माजरा क्या है?

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(www.arya-tv.com) राजस्थान में विधानसभा चुनाव के चलते कांग्रेस में नेताओं के कई नए दांवपेच देखने को मिल रहे हैं। आगामी चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, गोविंद सिंह डोटासरा और रामेश्वर डूडी के खिलाफ कांग्रेस के किसी भी उम्मीदवार ने टिकट की दावेदारी नहीं जताई है। इसको लेकर सियासत में चर्चा गर्म है। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में इन तीनों उम्मीदवारों का टिकट पक्का माना जा रहा है।

वही दूसरी ओर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के खिलाफ उनकी टोंक विधानसभा क्षेत्र में 18 उम्मीदवारों ने अपने आवेदन प्रस्तुत किए। बड़ी बात है कि टोंक से सचिन पायलट की ओर से आवेदन नहीं किया गया है। इसको लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। इसको लेकर भी टोंक विधानसभा क्षेत्र में आमजन भी तरह-तरह की अटकलें लगा रहा है। आमजन में इस बात की चर्चा है कि कहीं पायलट का टोंक विधानसभा से चुनाव लड़ने का इरादा तो नहीं बदल गया ।

तीन दिग्गजों के खिलाफ नहीं आया कोई भी आवेदन

विधानसभा चुनाव के चलते कांग्रेस पार्टी की ओर से राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों पर टिकट के लिए ब्लॉक स्तर पर आवेदन मांगे गए। इस दौरान सबसे ज्यादा सुर्खियां इस बात की है कि विधानसभा सीटों पर आवेदन के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्वाचन क्षेत्र सरदारपुरा, PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के लक्ष्मणगढ़ और वरिष्ठ नेता रामेश्वर डूडी के विधानसभा क्षेत्र नोखा (बीकानेर) में उनके खिलाफ किसी भी कांग्रेसी उम्मीदवार ने आवेदन नहीं किया।

पायलट के सामने 18 लोगों ने किया आवेदन

इस बार दावेदारो के आवेदन कांग्रेस की ओर से ब्लॉक स्तर पर लिए जा रहे। सचिन पायलट की वर्तमान सीट टोंक विधानसभा से 18 लोगों ने आवेदन किया है। लिहाजा कांग्रेस की इस सियासी गणित को समझने की कोशिश में लोग जुटे हैं। हालांकि टोंक में सर्वाधिक आवेदन देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र से आए हैं। यहां 34 लोगों ने कांग्रेस के टिकट के लिए आवेदन किए हैं। इसी तरह मालपुरा-टोडारायसिंह से 30 और सबसे कम आवेदन निवाई विधानसभा क्षेत्र से आठ आवेदन आए हैं। पर्यवेक्षक रघुवीर मीणा ने बताया कि टोंक विधानसभा से प्रस्तुत किए गए 18 आवेदन में 14 उम्मीदवारों ने वन टू वन इंटरव्यू में हिस्सा लिया।

पायलट राष्ट्रीय स्तर के नेता है, कहीं से भी चुनाव लड़ सकते हैं

टोंक विधानसभा क्षेत्र से सचिन पायलट के आवेदन नहीं भरने को लेकर आम जन में काफी चर्चा हो रही है। इसको लेकर पर्यवेक्षक रघुवीर मीणा से सवाल किया तो उन्होंने जवाब में कहा कि सचिन पायलट बड़े और राष्ट्रीय स्तर के नेता है। इसलिए वे कहीं से भी चुनाव लड़ सकते हैं। उन्हें आवेदन देने की कोई जरुरत नहीं है। कांग्रेस पार्टी उन्हें कहीं से भी चुनाव लड़ने के लिए टिकट दे सकती है। ऐसी स्थिति में उनके आवेदन भरने की बाध्यता नहीं है। बता दें कि पायलट के टोंक विधानसभा के लिए आवेदन नहीं भरने के कारण लोग अटकल लगा रहे है कि पायलट इस बार चुनाव मसूदा विधानसभा से लड़ सकते हैं।

पायलट को फिर से टोंक से टिकट देने की मांग उठी

टोंक विधानसभा से एक बार फिर सचिन पायलट को चुनाव लड़ाए जाने की मांग उठ रही है। टोंक के कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी से वापस सचिन पायलट को टिकट देने की मांग कर रहे हैं। इस बात की पुष्टि खुद कांग्रेस पर्यवेक्षक रघुवीर मीणा ने भी की। उन्होंने कहा कि उन्हें कांग्रेस के एक बड़े समूह ने ज्ञापन दिया हैं। जिसमें सचिन पायलट को एक बार फिर टोंक से टिकट दिए जाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि कार्यकर्ताओं की भावनाओं को वे उच्च स्तर तक जरूर पहुचाएंगे।

गत 22 अगस्त को पायलट ने चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे

पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने गत 22 अगस्त को टोंक में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया था। इस दौरान वे काफी खुश नजर आए। उन्होंने इशारों ही इशारों में फिर से टोंक से चुनावी पारी की शुरुआत करने के संकेत दिए थे, लेकिन उनके क्षेत्र से 18 लोगों से आवेदन करने के बाद फिर से यह चर्चा तेज हो गई है कि पायलट कहीं अपनी विधानसभा सीट बदलने का विचार तो नहीं कर रहे हैं ।

टोंक में अपने सबोधन में हालांकि उन्होंने कहा कि पिछली बार बीजेपी को उन्होंने 55 हजार मतों से शिकस्त दी थी। लेकिन उन्हें विश्वास है कि इस बार कांग्रेस पिछली बार की अपेक्षा और अधिक मतों से विजयी होगी। उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के खिलाफ टोंक से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार के बोरी बिस्तर गोल हो जाएंगे। 22 अगस्त की सभा के बाद यही माना जा रहा है कि पायलट फिर से टोंक में अपने चुनावी पारी की शुरुआत करेंगे। अब देखने यह है कि कांग्रेस पार्टी इसे लेकर क्या फैसला लेती है।