(www.arya-tv.com) केबीसी वेलफ़ेयर सोसाइटी के तत्वाधान में 17 दिसम्बर से यमुना में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर यमुना बचाओ पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा है. इसकी जानकारी केबीसी वेलफेयर सोसाइटी और यमुना बचाओ पदयात्रा के संयोजक डॉ शिवसिंह रावत ने दी है. उन्होंने बताया कि आज यमुना में बढ़ रहे प्रदूषण से सभी प्राणियों में स्वास्थ्य सम्बन्धी गम्भीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. जिनमें कैंसर एक खतरनाक बीमारी है. इसलिए हमें जरूरत है, कि यमुना में बढ़ रहे प्रदूषण पर चिंतन मनन कर उसे खत्म कर यमुना को शुद्ध व स्वच्छ बनाया जाये.
डॉक्टर शिव सिंह रावत ने बताया कि 16 दिसम्बर तक गांव-गांव जाकर यमुना बचाओ पदयात्रा के लिए जागरूकता अभियान चलाकर जनसमर्थन जुटाएंगे. उसके बाद फरीदाबाद दिल्ली बॉर्डर से लेकर हरियाणा-उत्तर प्रदेश बॉर्डर तक यमुना के साथ साथ पदयात्रा निकालेंगे.
यमुना प्रदूषण का मुख्य कारण
शिवसिंह रावत ने कहा कि यमुना में प्रदूषण का मुख्य कारण ओखला बैराज से पानी डाला जाता है, जहां दिल्ली के औद्योगिक क्षेत्र की गंदगी और इसमें पड़ने वाले केमिकल है. उन्होंने बताया कि यह कोई किसी प्रकार का कोई आंदोलन या धरना प्रदर्शन सरकार के खिलाफ नहीं है. बल्कि पूर्णतया जन जागरण अभियान है, जिसके लिए सभी वर्गों- जैसे युवा, महिला, गांवों के चुने हुए जन प्रतिनिधियों से समर्थन जुटाएंगे.
वर्क फॉर यमुना अभियान
एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता की मांग राजनीतिक इच्छा शक्ति को महत्वपूर्ण और निर्णायक रूप से प्रभावित कर सकती है और सरकार से तत्काल कार्यान्वयन योग्य नितिगत निर्णय और कार्रवाई करने का आग्रह कर सकती है. यमुना नदी को बचाने के लिए लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए जन अभियान वर्क फॉर यमुना यानी यमुना बचाओ पदयात्रा शुरू कर रहे हैं. यह पहले ना तो विरोध प्रदर्शन है और ना ही आंदोलन है, बल्कि जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देने और नदी को उसकी मूल स्थिति में बहस करने के लिए ठोस कार्रवाई के लिए प्रेरित करने का एक अभियान है.