आंदोलन का एक साल पूरा होने पर मेरठ सहित कई जिलों के किसान ,पहुंचे यहां

Meerut Zone

मेरठ (www.arya-tv.com) संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर गाजीपुर बार्डर पर आज शुक्रवार को होने वाली महापंचायत में भाग लेने के लिए मेरठ सहित कई जिलों से बड़ी संख्‍या में किसान रवाना हो गए हैं। 26 नवंबर को किसान आंदोलन को एक वर्ष पूरा होने पर दिल्ली बार्डर के गाजीपुर मंच पर धामपुर तहसील के चारों ब्लॉक धामपुर, स्योहारा, अफजलगढ़ और नहटौर के भाकियू कार्यकर्ता वहां पहुंचे हैं। धामपुर से तहसील अध्यक्ष राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता गाजीपुर पहुंचे।

जहां कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। वहीं बागपत के रमाला में धरने को एक वर्ष पूरा होने पर गाजीपुर बार्डर जाते किसान यूनियन के कार्यकर्ता गाजीपुर बार्डर के लिए रवाना हो गए। वहीं मेरठ में भाकियू युवा विंग के पदाधिकारी देशपाल हुड्डा के नेतृत्व में गाजीपुर बॉर्डर पर पंचायत में शामिल होने के लिए रवाना हुए।

मेरठ से भी तैयारी

संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर किसानों ने गाजीपुर बार्डर पर 26 नवंबर शुक्रवार को होने वाली महापंचायत की तैयारी शुरू कर दी थी। मेरठ से भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी लगभग 15 ट्रैक्टर व 20 गाड़ियों के काफिले के साथ गाजीपुर बार्डर के लिए शुक्रवार सवेरे रवाना हो गए। भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन की ओर से मेरठ से लगभग 200 किसानों की महापंचायत में भागीदारी होगी।

मेरठ के किसानों की सक्रिय भागीदारी रही

आज 26 नवंबर को किसान आंदोलन को एक वर्ष पूरा हो जाएगा। इसमें मेरठ का अहम योगदान रहा। भारतीय किसान यूनियन के किसानों ने आंदोलन के शुरूआती चरण में गाजीपुर बार्डर पर पूरा सहयोग किया। गाजीपुर बार्डर पर मेरठ से प्रतिदिन किसानों की आवाजाही जारी बनी रही। तय किए गए निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार किसानों की तैनाती की गई। मेरठ से जाने वाले किसान अपने साथ आटा, दाल, चावल आदि राशन सामग्री लेकर गाजीपुर बार्डर पहुचंते थे।

तीन ट्रैक्टर रैलियां मेरठ से होकर गुजरीं

किसान आंदोलन को मजबूती दिलाने वाली भाकियू की तीन बड़ी ट्रैक्टर रैलियां मेरठ से होकर गुजरी हैं। 24 जून को सहारनपुर, नौ जुलाई को शामली व 25 जुलाई को बिजनौर से भाकियू के नेतृत्व में किसानों की बड़ी ट्रैक्टर रैली मेरठ के बीच से होते हुए गाजीपुर बार्डर पहुंची और किसानों की ताकत का अहसास कराया। इन तीनों रैलियों में मेरठ से भी बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।