नामी शख्सियतों के फोटो वाले फेक अकाउंट शिकायत के बाद 24 घंटे में बंद करने होंगे

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(www.arya-tv.com)सोशल मीडिया अकाउंट्स प्रोफाइल में दूसरों के फोटो इस्तेमाल करने को लेकर सरकार ने सख्ती दिखाई है। सरकार ने ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट्स को शिकायत के 24 घंटे के भीतर बंद करना अनिवार्य कर दिया है। यह नियम सभी सोशल मीडिया कंपनियों जैसे ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर लागू होगा। जिस व्यक्ति की फोटो इस्तेमाल कर फेक अकाउंट बनाया गया है, वह खुद या उसकी ओर से कोई भी शिकायत कर सकता है।

नए आईटी रूल्स के तहत बनाया अनिवार्य

सरकार ने कहा है कि नए आईटी रूल्स के तहत इस नियम को अनिवार्य बनाया गया है। इस नियम के बाद दिग्गज सोशल कंपनियों को शिकायत मिलने पर तुरंत फेक अकाउंट बंद करना होगा। इस कदम से फेक अकाउंट के जरिए फेक न्यूज फैलाने पर भी लगाम लग सकेगी।
उदाहरण के लिए: यदि कोई फिल्म एक्टर, क्रिकेटर, राजनेता या अन्य कोई व्यक्ति आरोप लगाता है कि अन्य यूजर फॉलोअर बढ़ाने के लिए उसकी फोटो इस्तेमाल कर रहा है तो वह सोशल मीडिया कंपनी से उस अकाउंट को बंद करने के लिए कह सकता है। एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा है कि यह प्रावधान सोशल मीडिया कंपनियों के लिए बनाए गए नए आईटी रूल्स के साथ प्रभावी हो गए हैं। ऐसे में सोशल मीडिया कंपनियों की शिकायत मिलने के बाद एक दिन के अंदर कार्रवाई करनी होगी।

नामी शख्सियतों के जाली अकाउंट बड़ी समस्या

सोशल मीडिया में नामी शख्सियतों, इंफ्यूएंशर्स, एक्टिविस्ट और कॉरपोरेट जगत से जुड़े लोगों के लिए जाली अकाउंट बड़ी समस्या है। इन लोगों के अकाउंट की विभिन्न वजहों से नकल की जाती है। इसमें प्योर-प्ले पेरोडी अकाउंट भी शामिल हैं। कई बार गलत व्यवहार, अपराध या वित्तीय फ्रॉड के लिए भी जाली अकाउंट बनाए जाते हैं। इसमें से कुछ अकाउंट नामी शख्सियतों के फैन्स की ओर से बनाए जाते हैं जबकि कुछ अकाउंट बोट्स के जरिए संचालित किए जाते हैं। नामी शख्सियतों के फोटो के इस्तेमाल के अलावा फेक अकाउंट चलाने वाले सेलिब्रिटी या राजनेताओं के ऑरिजिनल कंटेंट को बदलकर अपनी फोटो भी लगा देते हैं।

फेक अकाउंट पूरी दुनिया के लिए खतरा

फेक अकाउंट का मुद्दा पूरा दुनिया के लिए खतरा है। यह माना जाता है कि पिछले कुछ सालों में फेक अकाउंट की वजह से अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है। विभिन्न प्रकार के अपराध के लिए भी फेक अकाउंट जिम्मेदार हैं। फेक न्यूज के जरिए नामी शख्सियतों को निशाना बनाया जाता है। कई बार कॉरपोरेट और कारोबारियों के लिए भी फेक न्यूज मुसीबत बन जाती हैं। कॉरपोरेट के फेक अकाउंट अधिकांशत: फिशिंग अटैक, विरोधी कंपनियों के उत्पाद बेचने और घोटालों के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।

असली अकाउंट की तरह व्यवहार करते हैं फेक अकाउंट

ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे कई प्लेटफॉर्म नामी शख्सियतों के अकाउंट्स को वैरीफाई करते हैं। इसके बावजूद नामी शख्सियतों के फेक अकाउंट बड़ी मात्रा में उपलब्ध हैं। यह फेक अकाउंट बिलकुल असली अकाउंट की तरह व्यवहार करते हैं। देश में कई ऐसे उदाहण भी हैं जब लोगों ने नामी शख्सियत की फोटो इस्तेमाल करने वाले फेक अकाउंट पर भरोसा कर लिया है। इसका प्रमुख कारण यह है कि वेरिफाइड अकाउंट की जानकारी सीमित है। बड़ी संख्या में सोशल मीडिया यूजर ट्विटर के ब्लू टिक जैसे वैरिफाई टूल से अनजान हैं। नए आईटी रूल्स में यूजर्स को अपने अकाउंट को वैरिफाई करने का विकल्प देने का प्रावधान किया गया है। हालांकि, अकाउंट को वैरिफाई करना यूजर की इच्छा पर निर्भर है। 50 लाख से ज्यादा यूजर्स वाले प्लेटफॉर्म के लिए अकाउंट वैरिफाई का विकल्प देना अनिवार्य है।