यात्री- यात्रा के लिए बनते जा रहे बाधक

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Arya-Tv web desk (Arti vishwakarma)

जहाँ एक तरफ रेलवे यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए प्रयासरत है, वहीं दूसरी ओर कुछ यात्री ऐसे भी हैं, जो रेलवे को ही चुना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं.

बुलेट ट्रेन का सपना देखने वाले इस देश में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो ट्रेन में मौजूद , कंबल, टॉवल और चादर को भी नहीं छोड़ते और अपनी संपत्ति समझ कर घर ले जाते हैं.

दरअसल, ट्रेनों के सामानों की चोरी के सिलसिले में पिछले वित्तीय वर्ष में वेस्टर्न रेलवे को ढाई करोड़ को चुना लगा है.

वेस्टर्न रेलवे द्वारा संचालित ट्रेनों में से करीब 2.5 करोड़ रुपये की मूल्य के चादर समेत अन्य कई सामान चोरी किये गये हैं.

इस राज पर से पर्दा उस वक्त उठा जब सोमवार को एक ट्रेन के एसी कोच से कंबल और चादर चुराते हुए एक यात्री को पकड़ा गया.

एक रेलवे पुलिस अधिकारी के मुताबिक, सोमवार को मध्य प्रदेश के रतलाम रेलवे स्टेशन पर शब्बीर रोटीवाला को गिरफ्तार किया गया. उसके बैग से तीन कंबल, कई तकिये और 6 बेडशीट बरामद किये गए. आरोपी चोर बांद्रा-अमृतसर पश्चिम एक्सप्रेस से उतरा था.

साढ़े तीन वर्षों में ट्रेनों में यात्रियों के सामान चोरी की 55,369 घटनाएं हुईं

 वेस्टर्न रेलवे द्वारा जारी किये गये आंकड़ों के मुताबिक 2017-18 वित्तीय वर्ष में ट्रेनों में यात्रियों द्वारा 1.95 लाख तौलिये, 81,736  बेडशीट्स, 55,573 तकिया के कवर, 5,038 तकिया और 7,043 कंबल चोरी किये गये.

वेस्टर्न रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, “पैसे के मामले में, वेस्टर्न रेलवे को पिछले वित्त वर्ष में 2.5 करोड़ रुपये का चूना लगा है. जिनमें चादर, बेडशीट और कई सामान चोरी किये गये हैं और कई साज-सामानों का नुकसान भी हुआ है.