कल से 9 दिन तक नौतपा आरंभ हो रहा है सावधान रहें

Lucknow
  • कल से 9 दिन तक नौतपा आरंभ हो रहा है सावधान रहें।

नवी मुंबई। ग्रामीण आदिवासी रिसर्च एंड वैदिक इनोवेशन ट्रस्ट यानी गर्वित ने कल से आरंभ होने वाले 9 दिन के अत्याधिक ताप और लू को सनातन के ज्ञान पर शोध कर बेहद आवश्यक बताया है। वास्तव में सनातन का प्राचीन ज्ञान पूर्णतया वैज्ञानिक और पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार एवं प्रभाव करने की दिशा में आवश्यक जानकारी प्राप्त कराता है।

जब रोहिणी नक्षत्र में सूर्य प्रवेश करते हैं तो आरंभ के 9 दिन अत्याधिक गर्मी पड़ती है और लू भी चलती है। इसके पीछे जो वैज्ञानिक कारण और इसके प्रभाव धरती पर होते हैं वह वास्तव में पर्यावरण के अनुकूल और वातावरण को शुद्ध करने हेतु ही होते हैं। नौतपा के पहले दिन यदि लू चलती है तो फसल को नष्ट करने वाले चूहे बेहद कम हो जाते हैं क्योंकि उनकी मृत्यु हो जाती है। तीसरे दिन गर्मी और लू से अन्य कीड़े मकोड़े कांतर इत्यादि नष्ट हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त तीसरे और चौथे दिन यदि लू नहीं चली और गर्मी नहीं पड़ी तो टिड्डियों के अंडे भी नष्ट नहीं होंगे और जो फसल को नष्ट करते हैं। चौथे और पांचवें दिन गर्मी और लू के कारण बुखार लाने वाले वातावरण में परिवर्तन होने के कारण अपने को परिवर्तित करने वाले कीटाणु और जीवाणु नष्ट हो जाते हैं।

छठे और सातवें दिन लू और तापमान के कारण सर्प और बिच्छू इनका विनाश आरंभ हो जाता है। यदि अंतिम दो दिन लू नहीं चली अत्यधिक तापमान नहीं हुआ तो आगे आने वाले समय में आंधियां चलने लगेंगे जो तमाम फसलों को नष्ट कर सकती है। इसके अतिरिक्त भी मौसम बरसात के कारण फसल बर्बाद हो सकती है।

गर्वित के अध्यक्ष विपुल लखनवी के अनुसार यदि आज का मानव सनातन के ज्ञान के अनुसार ही चलने लगे अनुकरण करने लगे और व्यवहार करने लगे तो हम देश को समाज को और पर्यावरण को प्रत्येक दिशा में बचा सकते हैं। सनातन का ज्ञान मानवता की धरोहर है और जिसको दानवता के कारण दानवों ने नष्ट करने का बार-बार प्रयास किया लेकिन नष्ट नहीं कर पाए। विपुल जी आगे बोलते हैं आज का विज्ञान सनातन के ज्ञान के आगे लगभग बौना है और सीमित है। विज्ञान केवल जो वस्तुएं उपस्थित है उनके विषय में पता लगता है कोई नई शोध नहीं करता है। जाने अनजाने में यह विज्ञान सनातन के किसी न किसी साहित्य में किसी न किसी ऋषि द्वारा बताया गया है। बस हमको यह जानने की जरूरत है यह कहां पर दिया है।