एलियंस ने रोका अमेरिका-रूस के बीच परमाणु युद्ध! चांद पर जा चुके नासा के एस्ट्रोनॉट का दावा

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(www.arya-tv.com) अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के एस्ट्रोनॉट एडगर मिशेल चंद्रमा की सतह पर पैर रखने वाले छठे इंसान थे। अब उन्होंने एक अजीबो-गरीब दावा किया है। मिशेल ने दावा किया है कि धरती पर परमाणु युद्ध रोकने के लिए एलियंस ने दखल दिया था। अपोलो 14 में शामिल रहे मिशेल ने हथियारों के टेस्ट के दौरान सैन्य अधिकारियों द्वारा देखे गए अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स (UFOs) को लेकर भी हैरान करने वाली जानकारियां साझा की हैं।

एडगर मिशेल ने बताया कि किस तरह अहम मिसाइल साइट्स पर असामान्य वाहनों को देखे जाने की रिपोर्ट्स सामने आई थीं। उन्होंने न्यू मैक्सिको में व्हाइट सैंड्स वाले इलाकों की अहमियत पर भी बात की जहां इंसान ने साल 1945 में अपना पहला परमाणु हथियार टेस्ट किया था। बता दें कि मिशेल खुद भी न्यू मैक्सिको के रहने वाले हैं। उन्होंने कहा है कि व्हाइट सैंड्स परणाणु हथियारों के लिए एक टेस्टिंग ग्राउंड था और एलियंस की रुचि इसी को लेकर थी। मिशेल ने दावा किया कि एलियम हमारी सैन्य क्षमताओं के बारे में जानकारी लेना चाहते थे।

धरती पर शांति चाहते हैं एलियन

नासा के इस पूर्व एस्ट्रोनॉट ने कहा कि एलियन हमें युद्ध से बचाने की कोशिश करते रहे हैं और हमारे ग्रह पर शांति को प्रोत्साहित करते रहे हैं। बता दें कि चंद्रमा पर लैंडिंग के बाद मिशेल ने खुले तौर पर एलियंस पर अपने भरोसे की बात स्वीकार की थी। उन्होंने कहा कि मैंने कोल्डवॉर के दौरान परमाणु हथियारों पर काम करने वाले एयरफोर्स के अधिकारियों से बात की है। उन्होंने मुझे बताया है कि कई बार यूएफओ देखे गए और कई बार उनके दिखाई देने के बाद मिसाइल डिसेबल हो गईं। यह साफ बताता है कि वह परमाणु युद्ध को रोकना चाहते हैं।

अमेरिका-रूस के बीच रोकी जंग

मिशेल ने यह भी कहा कि अमेरिका और रूस के बीच स्थिति बीच में इतनी तनावपूर्ण हो गई थी कि परमाणु युद्ध बस होने ही वाला था। लेकिन एलियंस की वजह से ऐसा नहीं हुआ। मिशेल के इन दावों के बाद यूएफओ और एलियंस में रुचि व भरोसा रखने वाले लोगों में एक तरह से खुशी की लहर दौड़ गई है। वैसे भी अगर नासा का कोई एस्ट्रोनॉट जो चांद पर कदम रख चुका है, वह ऐसी कॉन्सपिरेसी थ्योरीज का समर्थन करता है तो इसे मानने वालों का भरोसा बढ़ना तो तय ही है। खैर मिशेल के दावों में सच्चाई कितनी है यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा।