तीन देशों की यात्रा कर दिल्ली लौटे PM मोदी

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(www.arya-tv.com) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के बाद गुरुवार सुबह दिल्ली लौट आए। पालम एयरपोर्ट पर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनका स्वागत किया। यहां उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की आत्मा क्या होती है, लोकतंत्र का सामर्थ्य क्या है, यह ऑस्ट्रेलिया में हुए भारतीय इवेंट को देखकर समझा जा सकता है।

वे बोले कि ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय के बीच जो समारोह हुआ, उसमें वहां के PM, पूर्व PM, सत्ता पक्ष के सांसद और पूरा विपक्ष शामिल हुआ था। ये वहां का लोकतंत्र है। इस इवेंट में सत्ता और विपक्ष दोनों ने भारत के प्रतिनिधि को सम्मान दिया।

दरअसल, बुधवार को कांग्रेस समेत 19 दलों ने देश की नई पार्लियामेंट बिल्डिंग के उद्धाटन के बायकॉट का ऐलान किया था। इन पार्टियों ने कहा कि जब लोकतंत्र की आत्मा ही निकाल ली गई है, तो नई इमारत की कोई कीमत नजर नहीं आती हैं। PM के भाषण को इस बयान से जोड़कर देखा जा रहा है।

PM मोदी 19 मई से तीन देशों के दौरे पर थे
PM मोदी 19 मई से तीन देशों- जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की विजिट पर थे। जापान में वे G20 और क्वॉड बैठकों में शामिल हुए। इसके बाद वे पापुआ न्यू गिनी गए जहां पहुंचने पर वहां के राष्ट्रपति ने पैर छूकर उनका स्वागत किया। 22 मई को ऑस्ट्रेलिया पहुंचे जहां उन्होंने PM एंथनी अल्बनीज से मुलाकात की और भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में शामिल हुए।

पढ़िए मोदी के भाषण की प्रमुख बातें…

  • मैं दुनिया के देशों में जाकर दुनिया के महापुरुषों को मिलकर हिन्दुस्तान के सामर्थ्य की बात करता हूं। देश के युवा पीढ़ी की चर्चा करता हूं। अवसर मिलने पर भारत के युवा कैसा पराक्रम कर दिखाते हैं, ये दुनिया को बताता हूं। ये बताते समय मैं गर्व महसूस करता हूं। मैं आंखें नीचे नहीं करता, आंखें मिलाकर बात करता हूं।
  • यह सामर्थ्य इसलिए है कि आपने देश में पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाई है। ऐसी सरकार का प्रतिनिधि जब कुछ कहता है तो दुनिया विश्वास करती है कि यह अकेला नहीं बोल रहा 140 करोड़ लोग बोल रहे हैं। नड्डा जी कह रहे थे कि मोदी जो को प्यार करने वाले लोग यहां आए हैं, ये मां भारती को प्यार करने वाले लोग हैं।
  • मैं आप लोगों से भी यही कहूंगा कि हिंदुस्तान की संस्कृति, महान परंपरा के बारे में बोलते हुए कभी भी गुलामी वाली मानसिकता में डूब मत जाना, हिम्मत के साथ बात कीजिए। पूरी दुनिया सुनने को आतुर है। जब मैं यह कहता हूं कि हमारे तीर्थ क्षेत्रों पर हमले स्वीकार नहीं हैं तो दुनिया भी मेरे साथ दिखती है।
  • भारत की दुनिया में सही पहचान बने, भारत की दुनिया में जय जयकार हो, तो हिन्दुस्तानी इतनी खुशी से भर जाता है कि रात को 3 बजे यहां पहुंच जाता है। इस यात्रा का समय ज्यादा नहीं था, लेकिन जितना समय मुझे मिला उसका पल-पल मैंने देश की बात करने में, देश की भलाई के लिए निर्णय करने में पूरी तरह से उपयोग किया।
  • एक बार मैं लंदन दौरे पर गया था। जब मैं क्वीन एलिजाबेथ से मिला था तो वे मुझे अपने घर ले गईं। खाना खाते समय वे अपनी कुर्सी से उठकर मेरे पास आईं और एक एक मां की तरह उन्होंने मुझे बताया कि मैंने आपके लिए स्पेशल वेज खाना बनवाया है। उन्होंने मुझे महात्मा गांधी का दिया रूमाल दिखाया। हाथ से बना वो रूमाल देखकर मुझे अहसास हुआ कि भारत की बनी हर चीज की कितनी अहमियत है।

मोदी का दूसरा ऑस्ट्रेलिया दौरा
ये PM मोदी का दूसरा ऑस्ट्रेलिया दौरा है। इसके पहले वो 2014 में सिडनी गए थे। मोदी के शुरुआती शेड्यूल के मुताबिक उन्हें ऑस्ट्रेलिया QUAD की बैठक के लिए जाना था। हालांकि, अमेरिका में चल रही कर्ज की समस्या के कारण बैठक को G7 समिट के दौरान जापान में ही कर लिया गया। इसके बावजूद PM ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा रद्द नहीं किया।