असम में 67000 से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित, नहीं मना पाएंगे इस साल ईद-उल-अजहा

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(www.arya-tv.com) एक तरफ देश में ईद-उल-अजहा मनाने को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं, तो वहीं असम के बारपेटा जिले में बाढ़ ने लोगों की खुशियों पर पानी फेर दिया है। बारपेटा जिले के 93 गांवों के 67,000 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। वहीं 15 गांवों के ग्रामीणों ने कहा कि बाढ़ के कारण वे इस साल ईद-उल-अजहा नहीं मना पाएंगे।

बारपेटा जिले के भेला क्षेत्र के एक गांव शिल्ला के रहने वाले रफीकुल इस्लाम ने कहा कि बाढ़ से 15-20 गांव प्रभावित हैं। लोगों को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ के पानी में हमारा ईदगाह मैदान डूब गया है और हम इसे लेकर बहुत चिंतित हैं। बाढ़ के कारण वे ईद नहीं मना पाएंगे।

एक अन्य बाढ़ प्रभावित ग्रामीण रकीबुल इस्लाम ने कहा कि हमें ईद मनाने के लिए दूसरी जगह जाना होगा। हमारी ईदगाह में बहुत पानी है।

गुलाब अली ने कहा कि बाढ़ के कारण सब्जी समेत अन्य वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं। कई लोग अभी भी राहत शिविरों में रह रहे हैं क्योंकि बाढ़ का पानी अभी भी हमारे घरों में भरा पड़ा है। इस बार ईद घर पर मनाना काफी मुश्किल है।

वहीं नजरुल भुइयां नाम के ग्रामीण ने कहा कि लोगों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हमें नहीं पता कि हम ईद कैसे मना पाएंगे। सब्जियों और अन्य वस्तुओं की कीमतें बहुत अधिक बढ़ रही हैं। भेला इलाके के शिक्षक नजीब अली अहमद ने कहा कि लोगों को बहुत समस्या हो रही है। बाढ़ के कारण इस बार हमारे लिए ईद मनाना मुश्किल होगा. हम इसे लेकर बहुत चिंतित हैं।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार, बारपेटा जिले में 225 हेक्टेयर फसल भूमि वर्तमान में पानी में डूबी हुई है। पिछले 48 घंटों में जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई, जिससे राज्य में मरने वालों की संख्या छह हो गई है।