प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा के बिजनेस कम्युनिटी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की

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(www.arya-tv.com)प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार कनाडा में इन्वेस्ट इंडिया कॉन्फ्रेंस को ऑनलाइन संबोधित किया। यह कॉन्फ्रेंस कनाडा की बिजनेस कम्युनिटी को भारत में इन्वेस्ट करने का मौका देने के मकसद से किया गया। उन्होंने भारत को निवेश के लिए सही जगह बताते हुए कनाडा के व्यापारियों से भारत में इन्वेस्ट के लिए आगे आने की अपील की।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- इस कॉन्फ्रेंस में शामिल हो रहे लोगों में एक बात कॉमन है। सभी लोग इन्वेस्टमेंट से जुड़े फैसले लेने वाले हैं। आप लोग किसी देश में इन्वेस्ट करने से पहले क्या सोचते हैं। क्या उस देश की डेमोक्रेसी वाइब्रेंट है? क्या वहां पर राजनीतिक स्थिरता है? क्या देश में बिजनेस फ्रेंडली पॉलिसीज हैं? क्या वहां पर पर स्किल्ड टैलेंट मौजूद हैं। इन सभी का एक ही जवाब है- भारत। भारत और कनाडा के द्विपक्षीय संबंध हमारे आपसी हितों और लोकतांत्रिक मूल्यों पर टिकी है। ट्रेड और इन्वेस्टमेंट हमारे बहुआयामी संबंधों का एक अभिन्न हिस्सा है।

प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के कुछ अहम प्वाइंट्स:

  • कनाडा दुनिया के कुछ बड़े और अनुभवी इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टर्स का घर है। कनाडा पेंशन फंड भारत में निवेश करने वाले पहले कुछ इन्वेस्टर्स में शामिल है। कनाडा के कई इन्वेस्टर्स ने निवेश के बड़े मौके खोजे हैं और हाइवे, एयरपोर्ट और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में निवेश किया है।
  • कोरोना के समय में आप अक्सर कई तरह की समस्याओं के बारे में सुनते हैं। इनमें, मैनुफैक्चरिंग,सप्लाई चेन, पीपीई किट न मिल पाने की समस्याएं शामिल हैं। हमने इन सबके बीच समस्याओं का हल ढूंढ़ने वाले देश के तौर पर उभरे हैं।
  • भारत दुनिया भर में फार्मेसी के क्षेत्र में अहम भूमिका अदा कर रहा है। हमने अब तक 150 देशों को दवाओं की आपूर्ति की है। मार्च और जून के बीच हमारे देश का कृषि निर्यात 23% बढ़ा है। यह ऐसे समय में हुआ जब पूरे देश में कड़ा लॉकडाउन लगाया गया था।
  • अगर आप शिक्षा के क्षेत्र में पार्टनर ढूंढ रहे हैं तो यह जगह भारत हो सकता है। अगर आप मैनुफैक्चरिंग या सर्विस सेक्टर में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो भारत इसके लिए सबसे सही जगह है। अगर आप कृषि क्षेत्र में कोलाबरेट करना चाहता है तो इसके लिए भी भारत सबसे अच्छा स्थान है।
  • भारत ने शिक्षा, मजदूरी और कृषि के क्षेत्र में कई सुधार किए हैं। प्राइवेट सेक्टर में उनकी भागीदारी बढ़ी है। सरकार की ओर से उनके हितों की रक्षा के लिए उपाय किए गए हैं। यह कृषि क्षेत्र में काम करने वाले उद्यमियों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
  • शिक्षा के क्षेत्र में सुधार से युवाओं को टैलेंट और ज्यादा निखरेगा। अब भारत में विदेशी यूनिवर्सिटीज के आने का भी रास्ता साफ हो गया है। हमने एफडीआई को आसान बनाने की कोशिश की है।