इम्यूनिटी या व्याधिक्षमत्व बढ़ाने के उपाय : डॉ. बबीता केन

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  • आयुर्वेद के चमत्कार:घर में ही बढ़ाये इम्युनिटी पावर
  •  इम्यूनिटी या व्याधिक्षमत्व बढ़ाने के उपाय : डॉ. बबीता केन
डाॅ.बबीता केन प्रभारी चिकित्साधिकारी

(www.arya-tv.com) हमारे चारों तरफ बीमारी उत्पन्न करने वाले अनगिनत बैक्टीरिया, वायरस ,कीटाणु आदि उपस्थित रहते है। जाने-अनजाने में इनसे संक्रमित होकर हम बीमार हो जाते है। जिनकी इम्यूनिटी यानि बीमारी से लड़ने की क्षमता अच्छी होती है वो बीमार नहीं होते हैं और यदि बीमार होते भी है तो जल्दी ठीक हो जाते हैं । आयुर्वेद में इम्यूनिटी को व्याधिक्षमत्व कहा जाता है । साधारण शब्दों में बीमारी के बल या प्रभाव को रोकने और बीमारी को उत्पन्न होने से रोकने वाली क्षमता को व्याधिक्षमत्व कहा जाता है । सभी व्यक्तियो की व्याधिक्षमत्व या रोगप्रतिरोधक क्षमता एक जैसी नही होती है।व्याधिक्षमत्व को बल के रूप में भी जाना जाता है । यह बल तीन प्रकार का होता है-सहज-बल जो जन्म से मिलता है । कालज-बल उम्र व ऋतु के अनुसार मिलता है तथा युक्तिकृत-बल खान-पान,जीवनशैली और व्यायाम आदि युक्ति से प्राप्त किया जाता है ।

हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता अच्छी बनी रहे इसके लिए हमें सुबह जल्दी उठकर शौचादि कार्य करने के उपरांत नियमित रूप से शरीर पर तेल मालिश ,रोज सुबह और घर से बाहर निकलते समय सरसों या तिल तेल या घी की दो-दो बूंदों को नाक मे डालना चाहिए । रोज़ 50से60 मिनट तक योगासन, प्राणायाम और ध्यान करना चाहिए । 15-20मिनट धूप का सेवन करना चाहिए । रात मे 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। मौसमी ताज़ा फल-सब्जियों का प्रयोग,भोजन पकाने मे हल्दी, जीरा, धनिया, लहसुन, दालचीनी, तेजपत्र, मेथी, लौंग, कालीमिर्च,सोंठ, छोटी व बड़ी इलायची,सौंफ आदि का प्रयोग करना चाहिए । रात में हल्दी मिला दूध पीना चाहिए । फास्ट फूड, कोल्ड ड्रिंक, मैदा से बनी चीजें, अधिक तली-भूनी चीज़ों का सेवन नही करना चाहिए । गुनगुना पानी पीना चाहिए । अच्छा व्यवहार करना चाहिए, सदा खुश एवं सकारात्मक दृष्टिकोण रखना चाहिए। मल-मूत्र,अपान वायु,उल्टी, छींक,डकार जम्हाई,भूख,आंसू, नींद आदि के वेगों को रोकना या दबाना नहीं चाहिए। इम्यूनिटी या रोगप्रतिरोधक क्षमता केवल गोलियाँ खाने से रातों-रात नहीं बढ़ाती इसके लिए उपरोक्त का रोज़ नियमपूर्वक पालन करना पड़ता है। औषधियों में गिलोय,अश्वगंधा,आंवला,त्रिफला,त्रिकटु,हरिद्राखण्ड,बृहम् रसायन,च्यवनप्राश आदि का प्रयोग इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह अनुसार करना चाहिए।

डाॅ बबीता केन
प्रभारी चिकित्साधिकारी
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय,चन्द्रावल, लखनऊ