हिरासत का दौर खत्म, मुफ्ती से मिलने बेटे उमर के साथ पहुंचे नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक

National

(www.arya-tv.com)पीडीपी चीफ और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की रिहाई के एक दिन बाद बुधवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के दो बड़े नेता उनसे मुलाकात करने पहुंचे। एनसी चीफ फारुक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर ने महबूबा से मुलाकात की और इसकी तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट की। उमर ने ट्वीट किया कि मैं और मेरे पिता रिहाई के बाद महबूबा मुफ्ती का हाल-चाल जानने पहुंचे थे।

उमर के इस ट्वीट पर महबूबा ने भी रिप्लाई किया है। उन्होंने लिखा- आप और फारुक साहब मुझसे मिलने आए, इससे मुझे बड़ी खुशी मिली। उन्हें (फारूक) को सुनकर हौसला मिलता है। मुझे यकीन है कि हम मिलकर अच्छा बदलाव लाएंगे।

कल गुपकर डिक्लेरेशन की बैठक में शामिल होंगी महबूबा

उमर ने बताया कि महबूबा मुफ्ती गुरुवार को होने वाली बैठक में भी शामिल होंगी। इसमें गुपकर डिक्लेरेशन पर दस्तखत करने वाले नेता भी मौजूद रहेंगे। जम्मू-कश्मीर के 5 दलों पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, माकपा, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और जम्मू-कश्मीर अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गुपकर डिक्लेरेशन पर पिछले साल दस्तखत किए थे। इसमें जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिलाने के लिए लड़ाई लड़ने का फैसला किया गया था।

एक साल, दो महीने और 9 दिन बाद रिहा हुईं मुफ्ती

महबूबा मुफ्ती को मंगलवार शाम को हिरासत से रिहा किया गया। महबूबा को पिछले साल अगस्त में कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर हिरासत में लिया गया था। महबूबा एक साल, दो महीने और 9 दिन बाद हिरासत से रिहा हुई हैं यानी कुल 436 दिन बाद।

रिहाई के बाद महबूबा ने 1.23 मिनट का ऑडियो जारी किया था। उन्होंने कहा था- मैं आज एक साल से ज्यादा अर्से के बाद रिहा हुई हूं। इस दौरान 5 अगस्त 2019 के काले दिन का काला फैसला हर पल मेरे दिल और रूह पर वार करता रहा। मुझे अहसास है कि यही कैफियत जम्मू-कश्मीर के तमाम लोगों की रही होगी। हममें से कोई भी शख्स उस दिन की डाकाजनी और बेइज्जती को कतई भूल नहीं सकता।

फारूक और उमर अब्दुल्ला पहले रिहा हुए

महबूबा जम्मू-कश्मीर की अकेली ऐसी बड़ी नेता थीं, जिन्हें अभी तक नजरबंद रखा गया था। उनके साथ ही हिरासत में लिए गए पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला को रिहा किया जा चुका है। फारूक को 15 मार्च को रिहा किया गया था वहीं उमर को इसके 10 दिन बाद 25 मार्च को रिहा किया गया था। रिहाई के बाद उमर ने सभी नेताओं की नजरबंदी खत्म करने की मांग की थी।