अब नगर निगम के टैक्स बाबू जनता को नहीं कर सकेंगे परेशान,महापौर ने ऑनलाइन टैक्स असेसमेंट डिजिटल सॉफ्टवेयर का किया उद्धघाटन

Lucknow
  • महापौर संयुक्ता भाटिया ने ऑनलाइन टैक्स असेसमेंट डिजिटल सॉफ्टवेयर का किया उद्धघाटन, एक करदाता द्वारा किया गया सफलतापूर्वक भुगतान, 10 मिनट में म्युटेशन सहित गृहकर हुआ जमा

(www.arya-tv.com) नगर निगम लखनऊ ने प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान से प्रेरणा लेकर देर से ही पर आज एक अच्छी शुरूआत की है जिसकी चौतरफा सराहना हो रही है। लखनऊ नगर निगम के लिए यह 15 जुलाई वर्ष 2022 का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा क्योंकि आज के दिन से ही आम जनता को घर बैठे ही ऑनलाइन जाकर टैक्स असेसमेंट करने और उसको घर से ही जमा करने की सुविधा होगी। नगर निगम में आम जनता को टैक्स असेसमेंट के मामले में सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, कई मामले ऐसे आये कि जो समाचार की सुर्खियों में हमेशा बने रहे। फिलहाल अब महापौर संयुक्ता भाटिया ने आम जनता को टैक्स असेसमेंट के मामले में बड़ी खुशखबरी देते हुए आज ऑनलाइन टैक्स असेसमेंट डिजिटल सॉफ्टवेयर का उद्धघाटन नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह के साथ किया।

डिजिटल इंडिया की ओर कदम बढ़ाते हुए नगर निगम लखनऊ द्वारा नगरवासियों को गृहकर के संबंध में महापौर संयुक्ता भाटिया द्वारा एक और सुविधा प्रदान करते हुए ऑनलाइन गृहकर असेसमेंट आज से प्रारंभ कर दिया गया है। शहरवासी अब अपने नवनिर्मित घर का असेसमेंट स्वयं घर बैठे कर सकेंगे और गृहकर की परिधि से छूटे हुए भवनों के कर निर्धारण के लिए बिना कार्यालय आये, बिना नगर निगम कार्यालयों के चक्कर काटे ऑनलाइन फॉर्म भर कर म्युटेशन सहित गृहकर भी जमा कर सकेंगे। आज इस डिजिटल सुविधा के शुभारंभ कार्यक्रम का उद्धघाटन नगर निगम मुख्यालय स्थित बाबू राजकुमार हॉल में मा० महापौर संयुक्ता भाटिया जी की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर महापौर संग नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त पंकज सिंह एवं अपर नगर आयुक्त राकेश यादव, एन.आई.सी. के अपर सूचना अधिकारी आशीष अग्रवाल सहित पार्षद गण मौजूद रहे। आयोजन में आशीष अग्रवाल सॉफ्टवेयर डेवलपर पवन कुमार द्वारा सॉफ्टवेयर का डेमो भी दिया गया। साथ ही महापौर के समक्ष एक टैक्स पेयर द्वारा कर का भुगतान भी आज के सुअवसर पर मात्र 10 मिनट में सफलतापूर्वक किया गया।

इस सुविधा के अंतर्गत निम्नलिखित चरणों के अनुसार प्रक्रिया पूरी करते हुए कर निर्धारण के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा-

स्टेप 1- सर्वप्रथम नगर निगम की वेबसाइट https://imc.up.nic.in पर गृहकर विभाग के पेज पर ऑनलाइन सेल्फ असेसमेंट पर क्लिक करना होगा।

स्टेप 2– सेल्फ असेसमेंट / न्यू असेसमेंट पर क्लिक करने के पश्चात सूचना विंडो को पढ़कर अपनी सहमति प्रदान करनी होगी। तत्पश्चात आगे खुली विंडो में अपना मोबाइल नंबर व सिक्योरिटी पिन भर कर ओटीपी जेनेरेट करना होगा।

स्टेप 3- प्राप्त ओटीपी भरने के बाद एक अन्य विंडो खुलेगी जिसमें आवश्यक प्रपत्र तैयार रखने की सूचना होगी। तत्पश्चात अपना वार्ड और मोहल्ला चयन करने के बाद सामने आए फॉर्म में अपने भवन से संबंधित सूचनाएं भरनी होगी तथा एक पासवर्ड भी बनाना होगा। फार्म भरने के बाद एक प्रिव्यू देखकर फॉर्म सबमिट करना होगा। जैसे ही फॉर्म सबमिट होगा- भवन की हाउस आईडी जेनेरेट हो जाएगी।

स्टेप 4- उपरोक्त चरण के पश्चात खुलने वाली एक अन्य विंडो में भवन स्वामी को अपना पर्सनल डिटेल भरकर प्रिव्यू देख कर सबमिट करना होगा।

स्टेप 6- तत्पश्चात अगली खुलने वाली विंडो में पूर्व में सूचित किये गए दस्तावेजों जैसे भवन स्वामी का फोटो, भवन का फोटो (सामने से), मीटर सीलिंग सर्टिफिकेट व रजिस्ट्री भवन का जीपीएस फोटो अपलोड करके सेव करना होगा।

स्टेप 7- उक्त चरणों के बाद अगली आने वाली विंडो में गृहकर आगणन से संबंधित सूचनाएं भरनी होगी।

स्टेप 8- आगामी खुलने वाली विंडो में भवन, भवन स्वामी व बिल की डिटेल आयेगी और भुगतान का विकल्प भी आयेगा, जिससे भवन स्वामी घर बैठे गृहकर का भुगतान कर सकेंगे।

महापौर संयुक्ता भाटिया ने बताया कि इस सुविधा के प्रारम्भ हो जाने से नवनिर्मित भवन अथवा गृहकर से छूटे भवनों के स्वामियों को कर निर्धारण के लिए कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं रह जायेगी और न ही नगर निगम के चक्कर बार बार काटने पड़ेंगे और इस सुविधा के प्रारम्भ होने से कर निर्धारण में पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।

महापौर ने कहा कि छूटे हुए भवनों से गृहकर प्राप्त हो सकेगा जिससे नगर निगम की आय में वृद्धि भी होगी और जनता को *वर्क फ्रॉम होम* की सुविधा प्राप्त होगी।

ज्ञात होकि अप्रैल 2022 में महापौर संयुक्ता भाटिया द्वारा गृहकर की समीक्षा बैठक में गृहकर स्वकर निर्धारण हेतु सॉफ्टवेयर बनवाकर ऑनलाइन व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए थे। जिसके लिए महापौर ने नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह को नोडल अधिकारी बनाया था। महापौर के सतत निर्देशों के क्रम में जनता को बड़ी राहत मिली और अब लखनऊ नगर निगम की सभी गृहकर से संबंधित सर्विसेज ऑनलाइन कर दी गयी है।