शहीद सुरल सिंह के परिवार काे रात काटना हुआ मुश्किल, पत्नी की बिगड़ती हालत देख परेशान हुए परिजन

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(www.arya-tv.com)मुझे रुपये नहीं चाहिए। नौकरी भी नहीं। सबकुछ वापस ले लो, लेकिन मेरा पति मुझे लौटा दो। बिलख रहीं रजविंदर कौर के ये शब्द सुनकर वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गई। उनको संभालना मुश्किल हो रहा था। क्योंकि वह अब भी यकीन करने को तैयार नहीं कि उनका सुहाग अब इस दुनिया में नहीं रहा।

मंगलवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे रजविंदर अपनी मां कुलवीर कौर व पिता बख्तावर सिंह के साथ ससुराल पहुंचीं। कार से उतरते ही वह रोती हुईं घर में दाखिल हुईं तो बरामद में चारपाई पर बैठी सास परमजीत कौर के गले लगकर रोने लगीं। बहू की हालत देख परमजीत ने खुद काे संभाला। कुछ देर पहले तक उन्हें समझाना मुश्किल हो रहा था, लेकिन वह बहू के आंसू पोछने लगीं।

उन्हें समझाते हुए कहा परेशान हो। मैंने भी बेटा खोया है। हिम्मत से काम लो, लेकिन रजविंदर कहां समझने वाली थीं। बार-बार कह रहीं थीं कि मेरा पति वापस ला दो। मुझे कुछ नहीं चाहिए। इस बीच वह कई बार बेहोश भी हुईं। हालत बिगड़ती देख उन्हें भीड़ से अलग कमरे में ले जाया गया।

बार-बार हो रही थी बेहोश, पानी तक नहीं पीया

रजविंदर की मां कुलवीर कौर ने बताया कि जब से सारज के बारे में पता चला रजविंदर बेसुध है। लगातार रोए जा रही हैं। रात काटना मुश्किल हो गई। पूरी रात घर के सदस्य जागते रहे। रजविंदर को शाहाबाद के पिहानी से यहां तक लाना मुश्किल हो गया। कुलवीर ने बताया कि बेटी ने कुछ खाना तो दूर पानी तक नहीं पीया है। ससुराल में बेहोश होने पर चाय पिलाने की कोशिश की गई, लेकिन रजविंदर ने मुंह तक नहीं खाेला। कह दिया कि पति के आने पर ही कुछ खाएंगी या पिएंगी।

वादा किया था कि शादी में जरूर आएंगे

कुछ देर के लिए रजविंदर सामान्य हुईं तो उन्होंने बताया कि जहां पर पति तैनात थे वहां उनसे कम बात हो पाती थी। वह जानती थीं कि वहां का माहौल अच्छा नहीं है, लेकिन जब पति से बात करतीं तो वह सब सही बताते। ज्यादा देर बात नहीं करते थे। कभी कभी वीडियो काल हो जाती थी। कहते थे कि मां से बात करते रहना। उन्होंने देश सेवा के लिए वर्दी पहनी है। रविवार को सारज ने उनसे बात की थी। दिसंबर में साले साेहन सिंह की शादी में हर हाल में छुट्टी लेकर आने का वादा किया था, लेकिन अब वह कभी नहीं आएंगे।