सफाईकर्मी 8 महीने से बना रहा था स्टूडेंट्स के वीडियो:मोबाइल में 12 वीडियो मिले

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(www.arya-tv.com) कानपुर के गर्ल्स हॉस्टल में छात्राओं का नहाते हुए वीडियो बनाने के मामले में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आरोपी सफाई कर्मी ने यह कोई पहला वीडियो नहीं बनाया है। वह महीनों से छात्राओं के वीडियो बना रहा था। उसके मोबाइल में कई पुराने वीडियो और तस्वीरें भी मिली हैं। पूरे मामले में पुलिस की लचर पैरवी का आरोपियों को पूरा फायदा मिला। कोर्ट से वार्डन और संचालक को खड़े-खड़े जमानत पर छोड़ दिया गया। सिर्फ सफाई कर्मी को जेल भेजा गया।

कैमरा ऑन करके करता था सफाई, छात्राओं के फोटो भी मिले

काकादेव तुलसी नगर के साईं निवास गर्ल्स हॉस्टल में सर्वोदय नगर निवासी सफाई कर्मचारी ऋषि काम करता था। छात्राओं के टॉयरी-छिपे अश्लील वीडियो बनाता था। 29 सितंबर को एक छात्रा ने सफाई कर्मचारी ऋषि को रंगे हाथों बाथरूम के टूटे दरवाजे से अश्लील वीडियो बनाते दबोच लिया। पिटाई करने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया था। रावतपुर थाने की पुलिस मामले में एफआईआर दर्ज करके जांच कर रही है।

एसीपी कल्याणपुर दिनेश शुक्ला ने बताया कि सफाई कर्मी के मोबाइल से एक-दो नहीं छात्राओं के कई अश्लील वीडियो मिले हैं। सफाई कर्मचारी के मोबाइल की जांच में इस बात की भी पुष्टि हुई है कि हॉस्टल में वह सफाई करते समय अपने मोबाइल के कैमरे को ऑन करके वीडियो रिकॉर्डिंग करता था। चुपचाप लड़कियों के फोटो भी खींचता था। उसकी हरकतें बिलकुल भी ठीक नहीं थी। मोबाइल से मिले फोटो, वीडियो से साफ है कि उसके निशाने पर हर वक्त हॉस्टल की लड़कियां रहती थीं। छात्राओं पर सफाई कर्मी बुरी नीयत रखता था।

पुलिस की लचर पैरवी से दो को जमानत पर छोड़ा

पूरे मामले में पुलिस की इतनी लचर पैरवी और लिखापढ़ी रही कि दो आरोपियों को कोर्ट ने जमानत पर छोड़ दिया। रावतपुर थाना प्रभारी संजय शुक्ला ने वार्डन सीमा पाल और संचालक मनोज पांडेय के खिलाफ कमजोर लिखापढ़ी की थी। इसका सीधा फायदा दोनों आरोपियों को मिला और कोर्ट ने जमानत पर छोड़ दिया। सिर्फ सफाई कर्मी ऋषि को जेल भेजा गया। जबकि छात्राओं का साफ-साफ कहना था कि संचालक और वार्डन बार-बार सफाई कर्मचारी की शिकायत करने के बाद भी उसके खिलाफ कोई कदम नहीं उठा रहे थे। मामले की शिकायत करने के बाद भी उन्होंने पूरे प्रकरण को दबाने का प्रयास किया। इसके बाद भी पुलिस की लचर कार्रवाई से दोनों को कोर्ट से जमानत पर छोड़ दिया गया।

खुलासा हो गया, नहीं तो होता बड़ा कांड

पूरे मामले में दैनिक भास्कर ने पड़ताल की तो सिर्फ हॉस्टल की लड़कियां नहीं, आसपास के लोगों ने भी सफाई कर्मचारी ऋषि के चरित्र पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि सफाई कर्मचारी अय्याश किस्म का है। शराब पीना और लड़कियों से छेड़खानी व बदनीयत से काम करने का वह आदी था। अच्छा था कि वह पकड़ गया। नहीं तो यहां पर किसी दिन बड़ा कांड हो जाता। अभी तो सिर्फ उसने छात्राओं के अश्लील वीडियो ही बनाए थे।