महाराष्ट्र में ऑफलाइन एग्जाम का विरोध: नागपुर में बसों पर पथराव

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(www.arya-tv.com) पिछले दो साल से मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में स्कूल और कॉलेज बंद थे। इस दौरान 10वीं और 12वीं के छात्रों की परीक्षाएं ऑनलाइन हुई थीं। छात्रों को यह ऑनलाइन परीक्षा इस कदर रास आ रही है कि वे अब ऑफलाइन एग्जाम नहीं देना चाहते हैं।

कई शहरों में छात्रों द्वारा विरोध

कोरोना की तीसरी लहर थमने के कारण महाराष्ट्र सरकार ने कॉलेज में परीक्षाएं आयोजित करने का सुझाव दिया है। इसका मुंबई, पुणे, औरंगाबाद और नागपुर समेत राज्य के कई शहरों में छात्रों द्वारा विरोध किया जा रहा है।

इसी कड़ी में सोमवार को सैकड़ों छात्र मुंबई के धारावी में शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ के घर के बाहर जमा हो गए और जमकर हंगामा किया। मामला इस कदर बढ़ा कि पुलिस को भीड़ को कंट्रोल करने के लिए छात्रों पर लाठीचार्ज करना पड़ा।

बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ न किया जाए
सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर और बिग बॉस के कंटेस्टेंट रहे हिंदुस्तानी भाऊ पर आरोप है कि दो दिन पहले उन्होंने बोर्ड एग्जाम को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था। भाऊ ने इसमें राज्य की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड से अपील की थी कि कोरोना काल में बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ न किया जाए और ऑफलाइन परीक्षा को रद्द किया जाए। साथ ही ऐसा नहीं करने पर छात्रों को उनके खिलाफ सड़क पर उतरने को कहा था।

भाऊ ने यह भी कहा था कि आज यानी 31 जनवरी के दिन वो लाखों छात्राओं के साथ वर्षा गायकवाड के निवास स्थान पर शांतिपूर्ण आंदोलन करेंगे। भाऊ के वीडियो के बाद मुंबई सहित महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में 10वीं और 12वीं के बच्चों ने प्रदर्शन किया।

 जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा
उधर, बीड़ में छात्रों ने रैली निकालकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं ऑफलाइन के बजाय ऑनलाइन आयोजित करने की मांग की। छात्रों का कहना है कि प्रदेश में चल रही एसटी हड़ताल के कारण गांवों में बसें अभी भी बंद हैं। इसलिए ग्रामीण क्षेत्र के छात्र एग्जाम के लिए स्कूल नहीं आ सकते है।

छात्रों का कहना है कि यदि हम ऑफलाइन परीक्षाएं देते हैं, तो हमें अकादमिक नुकसान हो सकता है। छात्रों ने यहां भी एक बड़ी रैली का आयोजन किया।