(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में बाढ़ की वजह से हाहाकार मचा हुआ है. करीब ढाई लाख की आबादी बाढ़ की विभीषिका से प्रभावित हुई है. पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से 54 लोगों की जान चली गई. इसमें से आकाशीय बिजली से 43, सर्पदंश से 2 और डूबने से 9 लोगों की मौत हुई है. उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी लगातार बाढ़ प्रभावित जिलों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. बाढ़ राहत बचाव में लापरवाही बरतने पर पांच जिलों के ADM से जवाब तलब भी किया गया है.
आकाशीय बिजली गिरने से सबसे ज्यादा मौतें प्रतापगढ़ में हुई है. प्रतापगढ़ में कुल 12 लोगों की मौत बिजली गिरने से हुई है. जबकि चंदौली जिले में 6 लोगों की मौत बिजली गिरने से हुई. प्रयागराज और फतेहपुर जिले में चार-चार मौतें बिजली गिरने से हुई हैं.
923 गांव इस वक्त बाढ़ से प्रभावित
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कुल 16 जिले के 923 गांव इस वक्त बाढ़ से प्रभावित है. इनमें पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बलिया, बस्ती, सिद्धार्थ नगर, बाराबंकी, सीतापुर, गोरखपुर, बरेली, मुरादाबाद, आजमगढ़ के कई गांव बाढ़ के चपेट में है. यूपी में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिनमें राप्ती नदी – बर्डघाट गोरखपुर, शारदा नदी – शारदा नगर लखीमपुर खीरी, बूढ़ी राप्ति नदी – ककरही सिद्धार्थ नगर, ककानो नदी – चंद्रदीप घाट गोंडा, घाघरा नदी- एल्गिन ब्रिज बाराबंकी, अयोध्या, तुत्रिपार – बलिया नदिया इस वक्त खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.
नेपाल में हो रही बारिश से बढ़ा बाढ़ का खतरा
आपको बता दें कि नेपाल के नारायणी बेसिन के जिला ककसी में पिछले 24 घंटे में 172 MM बारिश हुई है, जिससे गंडक नदी का जलस्तर बढ़ सकता है और इससे सटे जिला महाराजगंज और कुशीनगर प्रभावित हो सकता है.