(www.arya-tv.com) बिहार में सुशासन पर सवाल उठ रहे हैं। अपराध नियंत्रन जो नीतीश कुमार की यूएसपी थी वह अब जमीन पर नहीं दिख रही है।पुलिस का इकबाल खत्म हो रहा है। अब तो अपराधी पुलिस को दौड़ा रहे हैं। उनकी हत्या कर रहे हैं। यही वजह है कि यहां अपराध में तेजी आई है। बिहार में पिछले 24 घंटे के अंदर 11 हत्याएं हुई हैं। पटना में दिनदहाड़े सरेआम एक व्यवसाई की गोली मार कर हत्या कर दी गई।
बिहार के बाढ़ में फिरौती के लिए एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया। हालाकि पुलिस ने 12 घंटे के अंदर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। इधर शराब माफियाओं के हौसले तो सबसे ज्यादा बुलंद हैं। वह पुलिस जवान की हत्या कर रहे हैं। उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीट रहे हैं।
विपक्ष बता रहा जंगलराज रिटर्न्स
शराब माफिया, बालू माफिया, जमीन माफिया तो कहीं अपराधियों के संगठित गिरोह ने कानून का मजाक बना दिया है। नवादा में बालू माफियाओं ने एक दरोगा को बालू से लदा हुआ ट्रैक्टर से रौंद दिया है लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं पर सरकार और पुलिस कार्रवाई की बात कह रही है जबकि विपक्ष इसे जंगलराज रिटर्न्स बता रहा है।
24 घंटे के अंदर 11 लोगों की हत्या
बिहार में सोमवार से लेकर मंगलवार तक लगभग 24 घंटे के अंदर ही 11 लोगों की हत्या हुई राजधानी पटना से सटे बाढ़ में फिरौती के लिए एक बच्चे का अपहरण भी हुआ। शुरुआत मुजफ्फरपुर से हुई जहां एक जमीन कारोबारी और उसके दो अंग रक्षकों की गोलियों से भून कर हत्या कर दी गईं। मोतिहारी में शराब माफियाओं ने पुलिस के जवान की हत्या कर दी।
हत्या की फेहरिस्त यहीं नहीं खत्म हो रही है। छपरा में बंधन बैंक के स्टाफ की हत्या, भागलपुर में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या, पूर्णिया में दावा कारोबारी की हत्या, सीतामढ़ी में अपराधियों ने 2 लोगों को गोली मारकर कर दी हत्या। राजधानी पटना में सरेआम दिनदहाड़े एक कारोबारी को ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या।
पुलिस का वही रटा रटाया जवाब
इस दौरान ही दानापुर ,औरंगाबाद, बांका, शेखपुरा छपरा में हत्या के मामले सामने आए है। इन घटनाओं के बाद सरकार विपक्ष के निशाने पर है। पिछले महीने तक नीतीश कुमार के साथ रहे उपेंद्र कुशवाहा इसे जंगलराज रिटर्नस बता रहे हैं, जबकि पुलिस मुख्यालय का वही रटा रटाया जवाब है- पुलिस करवाई कर रही है।अपराधिक गिरोहों पर लगाम लगाने के लिए एसटीएफ की टीमें लगातार काम कर रही हैं।