KDA का कारनामा, शिकायतकर्ता को ही नोटिस:पीड़ित बोला मेरे प्लॉट का नक्शा भी केडीए ने बिल्डर के नाम से पास किया

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(www.arya-tv.com)  कानपुर विकास प्राधिकरण (KDA) में तैनात लापरवाह अधिकारियों की कार्यशैली से जनता परेशान है। एक दिव्यांग अपनी ही जमीन को लेकर न्याय पाने के लिए भटक रहा है। काकादेव निवासी दिव्यांग महेश शर्मा का आरोप है कि मेरे प्लॉट का नक्शा भी मिलीभगत कर केडीए अधिकारियों ने बिल्डर के नाम पर पास कर दिया। अब मेरे ऊपर प्लॉट बेचने के लिए धमकियां तक दी जा रही है। पुलिस में भी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इस प्रकार है पूरा मामला
पीड़ित महेश शर्मा पुत्र स्व. हरीश शर्मा आईआईटी बगिया नानकारी थाना कल्यानपुर के पास रहते हैं। इनकी भाभी रेखा शर्मा ने काकादेव में परिसर संख्या 117-एन-42 में 50 गज का प्लॉट खरीदा था। ये पूरा प्लॉट करीब 310 वर्ग गज का है। इसमें 50 गज का एक हिस्सा एक अन्य व्यक्ति के पास है। हाल ही में एक बिल्डर ने इसमें बचा हुआ 210 वर्ग गज का हिस्सा खरीदा।

पीड़ित ने बताया कि मेरा एक्सीडेंट हो जाने के कारण मेरे दोनों पैर खराब हो गए। मेरे बड़े भाई ने 50 गज के प्लॉट पर 3 दुकानें बनाकर मेरी अजीविका के लिए बनवाकर दी थी। अब बिल्डर ने मुझ पर दुकानें बेचने के लिए परेशान कर रहा है। मेरी दुकान के पिलर भी तोड़ दिए।

अवैध रूप से बेसमेंट तक खोद डाला। मुझे आए दिन धमकाया जा रहा है। पुलिस में शिकायत की तो कोई सुनवाई नहीं हुई।

रजिस्ट्री 201 गज की, नक्शा पास हुआ 260 गज
पीड़ित के मुताबिक उक्त परिसर में पूर्व मकान मालिक सुरजीत सिंह के नाम पर मार्च 2023 में केडीए से 260 गज का नक्शा पास कराया गया है, लेकिन सुरजीत सिंह की मौत 2022 में ही हो चुकी है। तो ऐसे में नक्शा कैसे पास हो गया। पीड़ित का आरोप है कि उनके अभिलेखों का गलत प्रयोग किया गया है। वहीं, बताया कि निर्माणकर्ता प्रतीक गुप्ता के नाम पर 201 गज की रजिस्ट्री है लेकिन नक्शा 260 गज का पास किया गया। अब पीड़ित को नक्शे की कॉपी तक नहीं दी जा रही है।

दुकान के पिलर तक तोड़ दिए
पीड़ित ने बताया कि उसकी बिना उपस्थिति के दुकान के पीछे के पिलर गिरा दिए। जिससे कि उसके दुकान के गिरने की संभावना है। बकौल पीड़ित पास में ही बेसमेंट खोद दिया गया है। इस संबंध में केडीए में अधिकारियों मिलकर शिकायत भी की लेकिन उस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया। उल्टे अधिकारियों ने उसे ही अवैध तरीके से दुकान बनाने का नोटिस थमा दिया है।

पीड़ित बोला केडीए अधिकारी कह रहे समझौता करो
पीड़ित ने बताया कि वह 2 महीने से केडीए के चक्कर लगा रहा है। केडीए के अधिकारी शिकायत सुनने की बजाय बिल्डर से समझौता करने का दबाव बना रहे हैं। प्लॉट बिल्डर को बेचने के लिए कह रहे हैं। मुझे सपा और भाजपा नेता आ-आकर धमका रहे हैं। मुझे जान से मारने की धमकी तक दे रहे हैं।

कार्रवाई के नाम पर की गई खानापूर्ति
कार्रवाई न होने पर पीड़ित कलेक्ट्रेट में डीएम व प्रभारी केडीए उपाध्यक्ष विशाख जी से मिलकर अपनी पूरी बात बताई। इसपर इसके बाद डीएम ने प्रवर्तन अधिकारियों से मौके पर पर जांच करने के निर्देश दिए।

इस संबंध में ओएसडी सत शुक्ला ने बताया कि शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। संबंधित परिसर का नक्शा पास है, अनाधिकृत निर्माण किए जाने पर कार्रवाई कर निर्माण को सील कर दिया गया है।