सरकार और शिक्षामित्रों के बीच पुल का काम करेंगे कौशल किशोर

Lucknow
  • महासम्मेलन : केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा- शिक्षामित्रों के मानदेय में वृद्धि के लिए मोदी-योगी से करेंगे बात

लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में प्रदेश के सभी जिलों से करीब सवा लाख शिक्षामित्र शामिल हुए और अपनी मांगे रखी। उन्होंने कहा कि हम 22 साल से शिक्षा के क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं। हमारा भी मानदेय शिक्षकों के वेतन के बराबर हो।

प्रदेश भर के शिक्षामित्रों ने सोमवार को यहां रमाबाई अंबेडकर मैदान में महासम्मेलन कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। शिक्षामित्रों के विभिन्न संगठन एक मंच पर जुटे और सरकार से सुरक्षित भविष्य की मांग की। वहीं, सम्मेलन में पहुंचे केंद्रीय आवासन व शहरी कार्य राज्यमंत्री कौशल किशोर ने शिक्षामित्रों के मानदेय में वृद्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्र व राज्य सरकार के शिक्षा मंत्रियों से बात करने की बात कही। उन्होंने कहा कि अभी तीन बार इसी मैदान में फिर से एकत्र होना है।

राज्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों के बहकावे में आकर कई शिक्षामित्रों ने पूर्व में हुए चुनाव में भाजपा का विरोध किया था। इसके बावजूद भाजपा सरकार ने उनका मानदेय बढ़ाया। शिक्षामित्र भाजपा सरकार का सहयोग करें। पार्टी और सरकार उनके लिए बेहतर करने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि सपा सरकार की गलत नीति की वजह से शिक्षामित्रों का यह हाल हुआ है। अगर तत्कालीन सरकार शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक घोषित करने की बजाय उनके शिक्षकों के वेतन समान कर देती तो आज उनकी ऐसी हालत नहीं होती। वहीं, एमएलसी संजय निषाद ने कहा कि सरकार के साथ रहिए आपकी समस्याओं का समाधान होगा।

सम्मेलन में एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी, प्राथमिक शिक्षामित्र संघ प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला, आदर्श समायोजित शिक्षक शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के कार्यकारी प्रांतीय अध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव मौजूद रहे। वहीं संतोष कुमार मिश्र, सैयद जावेद, सुमन यादव, रीना सिंह, अवनीश सिंह समेत हजारों की संख्या में शिक्षामित्र भी मौजूद रहे।