एक्ट्रेस बनने के लिए घर से भागी बेटी से सालों तक नहीं की थी बात

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(www.arya-tv.com)बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट 34 साल की हो गई हैं। 23 मार्च, 1987 को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के पास स्थित सूरजपुर (भाबंला) में जन्मी कंगना अपने बड़बोलेपन, एक्टिंग स्किल्स या फिर पर्सनल लाइफ के चलते हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। वैसे तो कंगना के फिल्मी करियर से जुड़ी बातें उनके फैन्स जानते ही हैं। लेकिन कुछ ऐसे फैक्ट्स भी हैं, जिन्हें शायद ज्यादातर लोग न जानते हों। डालते हैं ऐसे ही कुछ फैक्ट्स पर एक नजर…

पिता ने सालों तक बात नहीं की थी

कंगना के पिता अमरदीप रनोट पेशे से बिजनेसमैन हैं, वो बेटी को डॉक्टर बनाने चाहते थे। उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई के लिए कंगना का एडमिशन चंडीगढ़ के डीएवी स्कूल में कराया था। डीएवी स्कूल में कंगना को मेडिकल की किताबों में बिल्कुल इंटरेस्ट नहीं था। उसे रैंप पर चलना ज्यादा पसंद आता था। स्कूल में फेयरवेल हो या फ्रेशर कंगना के बिना कोई भी फंक्शन अधूरा रहता था।डीएवी स्कूल की प्रिंसिपल डॉक्टर राकेश सचदेवा कहती हैं कि कंगना उस वक्त से ही मॉडलिंग में दिलचस्पी रखती थी। स्कूल में फ्रेशर्स नाइट हो या फेयरवेल, कंगना मॉडलिंग जरूर करती थी। कंगना को मॉडलिंग इतना पसंद आने लगी कि उन्होंने स्कूल जाना छोड़ दिया और हॉस्टल से पीजी में शिफ्ट हो गईं। पिता अमरदीप को जब इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने कंगना की पिटाई भी की थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक कंगना के घर से भागने और फिल्मों में काम करने की वजह से कंगना के पिता ने उनसे सालों तक बात नहीं की थी।

दादाजी हुए थे नाराज

कंगना ने एक बार अपने इंटरव्यू में बताया था कि जब उन्होंने एक्टिंग में अपना करियर बनाने की बात अपने पिता से की थी, तो वे बहुत नाराज हुए थे। यहां तक कि उन्हें घर से निकल जाने को कहा था। वे अभिनय में ही अपना करियर बनाना चाहती थी और इसीलिए वे बिनी कोई पैसा लिए घर से निकल गई थीं। जब उनकी पहली फिल्म ‘गैंगस्टर’ उनके दादाजी ने देखी, तो बहुत नाराज हुए थे और अपने नाम के साथ लगा सरनेम तक हटाने को कह दिया था। इसकी वजह यह थी कि फिल्म में उन्होंने किसिंग सीन दिया था। खैर कंगना आज बॉलीवुड में अपना एक मुकाम बना चुकी है और बेहतरीन अभिनय कर रही है।

थिएटर में किया काम

कंगना ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत दिल्ली में अस्मिता थिएटर ग्रुप के साथ की थी। उन्होंने जाने-माने रंगमंच निर्देशक अरविंद गौड़ से एक्टिंग की ट्रेनिंग ली है। उन्होंने अरविंद की थिएटर कार्यशाला इंडिया हैबिटेट सेंटर में भाग लिया और कई नाटकों में भी काम किया है। उनका पहला नाटक गिरीश कर्नाड ‘रक्त कल्याण’ था। बॉलीवुड में उनको महेश भट्ट ने मौका दिया था।

उन्होंने फिल्म ‘गैंगस्टर’ से अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की थी। इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट डेब्यू एक्ट्रेस का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला था। इस फिल्म की सफलता के बाद उन्हें बॉलीवुड में मीना कुमारी की तरह ट्रेजडी क्वीन कहा जाने लगा था। इसके अलावा उन्होंने ‘फैशन’, ‘वो लम्हे’, ‘लाइफ इन ए मेट्रो’, ‘वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई’, ‘रिवॉल्वर रानी’ जैसी सुपरहिट फिल्में दी हैं।

कॉफी शॉप पर पड़ी थी अनुराग बसु की नजर

कंगना ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत डायरेक्टर अनुराग बसु की फिल्म ‘गैंगस्टर’ से की थी। कहा जाता है कि अनुराग ने कंगना को सबसे पहले एक कॉफी शॉप पर स्पॉट किया था और फिल्म के लिए साइन कर लिया था।

कंगना की फेवरेट हैं उनकी बड़ी बहन

कंगना के पिता अमरदीप रनोट बिजनेसमैन है और मां आशा रनोट स्कूल में टीचर हैं। उनकी बड़ी बहन रंगोली, उनकी फेवरेट हैं। रंगोली, कंगना की मैनेजर है। एसिड अटैक जैसे दर्दनाक हादसे से गुजरने और नए सिरे से जिंदगी जीने वाली रंगोली की लाइफ पर कंगना बायोपिक बनाने की चाहत भी जाहिर कर चुकी हैं। उनका एक छोटा भाई भी है, जिसका नाम अक्षत है।