स्पेक्ट्रम ऑक्शन:भारती एयरटेल ने 355.45 MHz बैंड को 18699 करोड़ रुपए में खरीदा

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(www.arya-tv.com)भारती एयरटेल ने स्पेक्ट्रम नीलामी के दूसरे दिन 355.45 MHz स्पेक्ट्रम, मिड बैंड और 2300 MHz बैंड को 18,699 करोड़ रुपए में खरीद लिया है। सभी स्पेक्ट्रम भविष्य में एयरटेल को 5G सर्विस देने में सक्षम करेंगे। स्पेक्ट्रम से 9 करोड़ और ग्राहकों जुड़ पाएंगे। एयरटेल ने 3,000 करोड़ रुपए का EMD जमा कराया था।

एयरटेल ने पेन इंडिया में अपनी जड़ों के मजबूत कर लिया है। सब गीगाहर्ट्स स्पेक्ट्रम की मदद से कंपनी अर्बन टाउन के घरों के अंदर और सभी बिल्डिंग को कवर कर पाएगी। भारती एयरटेल के MD और CEO (इंडिया एंड साउथ एशिया), गोपाल विट्टल ने कहा कि एयरटेल के पास अब एक मजबूत स्पेक्ट्रम पोर्टफोलियो है जो इसे भारत में सर्वश्रेष्ठ मोबाइल ब्रॉडबैंड अनुभव प्रदान करने में सक्षम बनाएगा।

एयरटेल ने इस तरह खरीदे स्पेक्ट्रम
कंपनी ने 48.85 MHz वाले स्पेक्ट्रम के सब-गीगाहर्ट्स बैंड 800 MHz और 900 MHz को 9,457 करोड़ रुपए में, 86.6 MHz वाले स्पेक्ट्रम के मिड बैंड 1800 MHz और 2100 MHz को 6,172 करोड़ रुपए में और 220 MHz कैपेसिटी वाले स्पेक्ट्रम के 2300 MHz बैंड को 3,070 करोड़ रुपए में खरीदा।

वीआई ने 5 सर्कल में एयरवेव्स खरीदे
वोडाफोन आइडिया (Vi) ने स्पेक्ट्रम नीलामी के दौरान अपनी 4G कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए 5 सर्कल में एयरवेव्स खरीदे। कंपनी ने बताया कि वो अपने ग्राहकों के डिजिटल एक्सपीरियंस को और ज्यादा बेहतर बनाएगी। इन सभी इन स्पेक्ट्रम से हमें कवरेज और कैपेसिटी दोनों बढ़ाने में मदद मिलेगी।

वीआई ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस (DoT) के पास 475 करोड़ रुपए का अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट (EMD) जमा कराया था। ये रिलायंस जियो और भारतीय एयरटेल की तुलना में सबसे कम था। ऐसे में कंपनी के 900 MHz और 1800 MHz रिनुवल स्पेक्ट्रम लेने की उम्मीद थी।

पहले दिन जियो ने 50,000 करोड़ रुपए खर्च किए
स्पेक्ट्रम नीलामी के छठे दौर की बोली 1 मार्च से शुरू हो गई थी। नीलामी के पहले दिन 77,146 करोड़ रुपए की बोली आई। इसमें रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने बोलियां लगाई हैं। ब्रोकरेज के मुताबिक, रिलायंस जियो 4G स्पेक्ट्रम नीलामी के पहले दिन सबसे ज्यादा बोली लगाई है। उसने 42,000 करोड़ रुपए से 50,000 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। वहीं, भारती एयरटेल ने 25,000 करोड़ रुपए की बोली लगाई।

इसमें 3.92 लाख करोड़ रुपए कीमत के 2,251.25 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को नीलामी के लिए रखा गया है। नीलामी में मोबाइल सर्विस के लिए 7 फ्रीक्वेंसी बैंड 700 MHz, 800 MHz, 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz, 2300 MHz, और 2500 MHz को शामिल किया गया।

स्पेक्ट्रम नीलामी के चलते टेलीकॉम शेयरों में उछाल
मंगलवार की सुबह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो के पार्टनर रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में उछाल देखने को मिला। BSE पर एयरटेल के शेयर 0.6% उछाल के साथ 535.65 रुपए, वीआई के शेयर 0.5% उछाल के साथ 11.12 रुपए और RIL के शेयर 0.7% उछाल के साथ 2116 रुपए पर पहुंच गए थे।

स्पेक्ट्रम नीलामी के पहले दिन ये साफ हो गया है कि टेलीकॉम कंपनियां ने बोली लगाने में ओवरस्पीड नहीं दिखाई। स्पेक्ट्रम में नीलाम किया जा रहा लगभग एक तिहाई स्पेक्ट्रम 700 MHz बैंड में है, जो 2016 की नीलामी के दौरान पूरी तरह अनसोल्ड रहा था।

2016 में 7 कंपनियां नीलामी में शामिल हुई थीं
2016 में हुई स्पेक्ट्रम नीलामी में 7 कंपनियों ने बोली लगाई थी। तब कुल क्वांटिटी के 41% स्पेक्ट्रम ही नीलाम हुए थे। ये स्पेक्ट्रम की कुल वेल्यू का 12% ही थी। 2016 में वोडाफोन और आईडिया अलग-अलग कंपनी थी। अब ये Vi बन चुकी हैं। वहीं, 2021 में सिर्फ 3 कपंनियां बोली लगा रही हैं। इसमें कुल क्वांटिटी के 37% स्पेक्ट्रम नीलाम किए जाएंगे। ये स्पेक्ट्रम की कुल वेल्यू का 19% है।

टेलीकॉम मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने बताया कि यह स्पेक्ट्रम नीलामी मुख्य रूप 4G सेवा के विस्तार को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। इस स्पेक्ट्रम नीलामी से ग्राहकों को पहले के मुकाबले बेहतर सेवाएं मिल पाएंगी।