आईटी पार्क की फिर बढ़ी डेडलाइन, एसटीपीआई मुख्य प्रशासनिक का दावा दिसंबर तक होगा तैयार

Agra Zone

(www.arya-tv.com) आगरा के शास्त्रीपुरम के सुनारी गांव में निर्माणाधीन ताजनगरी के पहले आईटी पार्क की डेडलाइन चौथी बार बढ़ी है। सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी व सह रजिस्ट्रार राकेश गैरोला ने दावा किया है कि दिसंबर 2021 तक आईटी पार्क तैयार हो जाएगा। 2020 और 2021 में कोविड संक्रमण के कारण आईटी पार्क का निर्माण कार्य प्रभावित हुआ है।

बल्का बस्ती निवासी राजीव सक्सेना ने सीपी ग्राम्स पोर्टल पर आईटी पार्क की लेटलतीफी को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। एसटीपीआई अधिकारियों से स्थिति सार्वजनिक करने को कहा था। शिकायत के जवाब में सह रजिस्ट्रार ने पत्र भेजकर यह जानकारी दी है। उन्होंने लिखा कि आईटी पार्क की साइट पर बाहरी विकास व सिविल इन्फ्रास्टक्चर का काम पूरा हो चुका है। 

साज सज्जा के लिए निष्पादन एजेंसी की नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। नवंबर में प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। एसटीपीआई आगरा परियोजना का कार्य दिसंबर 2021 तक पूर्ण हो जाएगा। जनवरी 2021 में इलेक्ट्रॉनिक विभाग के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने पार्क का निरीक्षण किया था। तब उन्होंने मार्च 2021 तक काम शुरू करने का दावा किया था, लेकिन छह महीने बाद भी पार्क पूरा नहीं हो सका।
 
दो एकड़ जमीन उपलब्ध कराई  
आईटी पार्क में 25 से अधिक स्टार्टअप व आईटी कंपनियों को बसाने की योजना है। छह मंजिला बिल्डिंग का प्रस्ताव है। विकास प्राधिकरण ने इस पार्क के लिए 2 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है। यह ताजनगरी का पहला आईटी पार्क है। 

2015 में आईटी सिटी का प्रस्ताव था। जिसे भाजपा सरकार ने 2017 में आईटी पार्क में बदल दिया। 2019 तक आईटी पार्क का काम शुरू नहीं हो सका। जनवरी 2020 में काम शुरू हुआ तो कोविड की पहली लहर आ गई है। फिर मार्च 2021 में दूसरी लहर में काम बंद पड़ा रहा।  

रुकेगा प्रतिभाओं का पलायन
नेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा कि हम चाहते हैं पार्क शीघ्र तैयार हो। दिसंबर तक पार्क तैयार हो जाना चाहिए। क्योंकि दिसंबर के बाद चुनाव है। फिर पार्क अधर में लटक जाएगा। इसके निर्माण से प्रतिभाओं का पलायन रुकेगा। पार्क में सरकार आईटी कंपनियों को स्थापित करे, तभी इसका होना सार्थक होगा। 

प्रशासन भी दिखाए गंभीरता
आईटी विशेषज्ञ अभिषेक अरुण ने कहा कि आईटी पार्क को लेकर लंबे समय से कवायद चल रही है। सरकार के साथ स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को गंभीरता दिखानी चाहिए। इससे आगरा में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस संबंध में कमिश्नर और डीएम को पत्र भेजा है।