बड़े पैमाने पर मनाया गया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: आर्यकुल

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AryaTvDesk:(lucknow)

गुरुवार को चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आर्यकुल ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेज ने  आर्यकुल मैदान पर सैकड़ों बच्चों के साथ योगाभ्यास किया व प्रतिदिन  योग करने का दावा किया गया। तथा इसी के साथ कॉलेज के निदेशक श्री सशक्त सिंह ने योग की अहमियत भी बताई। उन्होंने कहा कि आज के दौर में भारत से लेकर अन्य देशों तक, योग पूरी दुनिया को जोड़ रहा है। तथा यह कहा की आज के छात्रों और यूवाओं की जो प्रमुख ससमस्या तनाव है किसी को परीक्षा का तनाव किसी को शिक्षा का तनाव तो किसी को रोजगार का तनाव .जिसके कारण वो अपनी लाइफ स्टाइल को आज की दुनिया से मिला नही पा रहे हैंवे हर तरह का आनंद लेना चाह रहे हैं लेकिन उसी में वो असमंजस में फसे रहते है .और उन्होने यह बताया की यदि कोई भी व्यक्ति रोजाना आधे घंटे भी योग करता है तो उसका पूरा दिन ताजा व तरीन रहता है पूरा दिन तथा उसके मानसिक तनाव से दूर सामंजस्य की भावना उतपन्न होती है व मानसिक क्षमता को मजबूती मिलती है

इसी के साथ जब तोड़ने वाली ताकतें हावी हों तो समाज में बिखराव आता है। व्यक्ति खुद ही अंदर से टूटता जाता है। जीवन में तनाव बढ़ता जाता है। इस बिखराव के बीच योग जोड़ने का काम करता है।
निदेशक ने यह भी कहा, ‘”हम हमारी इस विरासत पर गर्व करेंगे तो विश्व हम पर गर्व करेगा। संयुक्त राष्ट्र में सबसे कम समय में स्वीकार किया जाने वाला प्रस्ताव योग दिवस का है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। योग ने दुनिया को इलनेस से वेलनेस का रास्ता दिखाया। राष्ट्रनिर्माण की किसी भी प्रक्रिया से जुड़ने के लिए सभी का स्वस्थ्य रहना आवश्यक है। इसमें योग का भी बड़ा योगदान है।’’

योग है व्यक्तिगत स्तर से समाज में जुड़े रहने का भिन्न कारण

 इसी के साथ कॉलेज के चेयरमैन ने कहा, “‘आज की भागदौड़ भरी वाली जिंदगी में योग मन, शरीर, बुद्धि और आत्मा को जोड़कर व्यक्ति को शांति की अनुभूति कराता है। समाज में सद्भाव बढ़ाता है। समाज राष्ट्र की एकता

का सूत्र बनता है। ऐसे समाज देश में शांति का सूत्रपात करते हैं। योग संपूर्ण मानवता को जोड़ता है। विश्व का हर नागरिक, विश्व का हर देश योग को अपना मानने लगा है। हम हिंदुस्तान के लोगों के लिए एक बहुत बड़ा संदेश है कि हम उस महान परंपरा के धनी हैं।’’ अर्थात हमारे लिए गर्व की बात है की योग जैसी  विरासत  हमे पूर्वजो द्वारा मिली है.आपको बता दे कि आदिकाल से योग चली आ रही परम्परा है जो पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानान्तारण होती चली आ है इसके प्रमाण एलीफेनटा गुफाओ में तथा  हिमालय की गुफाओं में मिलते हैं पहले ऋषि मुनियों के तपस्या व ध्यान का कारण योग ही था जो मनुष्य के मन्चित्त को एकाग्र करता रहता है तथा जो मनुष्य प्रतिदिन योग ध्यान करता है उसकी मानसिक  क्षमता मजबूत  व  वह व्यक्ति स्वस्थ रहता है  तथा वह पूरा दिन प्रसन्नचित रहता है

योग बन गया है जीवन का आधार

इसी के साथ कॉलेज की एच.आर. ने  यह कहा, “‘जो लोग योग से जुड़े हैं, वे इसमें निरंतरता लाएं और जो नहीं जुड़े हैं, वे भी इससे जुड़ें। योग ही भारत और विश्व के बीच निकटता लाया है। योग आज दुनिया की सबसे पावरफुल यूनिफाइंग फोर्सेस में से एक बन गया है। हम सभी के लिए गौरव की बात है कि आज जहां-जहां उगते सूर्य की

किरणें पहुंच रही हैं, प्रकाश का विस्तार हो रहा है, वहां-वहां लोग योग से सूर्य का स्वागत कर

रहे हैं। हिमालय के हजारों फीट ऊंचे पर्वत हों या धूप से तपता रेगिस्तान हो, योग हर परिस्थिति में जीवन को समृद्ध कर रहा है।’’

योग है  स्वास्थ्य का  बीमा का पासपोर्ट 

   

इसी बीच डिपार्टमेंटस के प्रत्येक  हेड ने कई तरह के हेल्थ से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की व उन लोगों ने  कहा, ‘”योग सिर्फ व्यायाम नहीं है, बल्कि यह शरीर को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने की शैली है। यह स्वास्थ्य बीमा का पासपोर्ट, तंदुरुस्ती और आरोग्य का मंत्र है। योग सिर्फ सुबह की गई कसरत नहीं है।

लगन के साथ आपकी दिनचर्या और पूरी जागरुकता भी योग है।

इस अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर कॉलेज के चेयरमैन श्री के. जी.  सिंह  के साथ निदेशक श्री सशक्त सिंह व एच. आर.  ,डीन  व समस्त विभाग के संचालक व संचालिका तथा सभी शिक्षक गण , स्टाफ मेम्बेर्स व सैकड़ों की तादाद में विद्यार्थी भी उपस्थित  रहे .