स्मार्ट मीटर लगाने के दौरान हुए हंगामा, पूर्व विधायक और समर्थकों पर मुकदमा दर्ज, कांग्रेस नेता बोले- ‘झुकेंगे नहीं’

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 रामनगर शिवलालपुर चुंगी क्षेत्र में स्मार्ट विद्युत मीटर लगाने के दौरान पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत और उनके समर्थकों द्वारा हंगामा किए जाने का मामला सामने आया है. इस संबंध में विद्युत परीक्षण प्रयोगशाला, रामनगर के अवर अभियंता श्री चन्द्र लाल ने थाना रामनगर में तहरीर देकर आरोप लगाया कि 17 अप्रैल को विद्युत विभाग की देखरेख में विभागीय कार्यदायी संस्था के कर्मचारी पुराने सामान्य विद्युत मापकों को हटाकर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य कर रहे थे.

अवर अभियंता के अनुसार, इसी दौरान पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध करने लगे. उन्होंने कार्य में बाधा डालते हुए कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट की. आरोप है कि इस हंगामे के दौरान पांच स्मार्ट विद्युत मीटर क्षतिग्रस्त कर दिए गए. साथ ही मौके से एक ड्रिल मशीन और उसकी दो बैटरियां भी गायब हो गईं.

इन धाराओं में FIR दर्ज
विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने इस घटना के संबंध में तुरंत उच्चाधिकारियों को सूचित किया. बाद में अवर अभियंता चन्द्र लाल ने रामनगर थाने में लिखित तहरीर दी, जिसके आधार पर थाना पुलिस ने एफआईआर संख्या 108/25 दर्ज की है. मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 221/132/115(2)/352/324(2) के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और जल्द ही विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.

वहीं इस घटना को लेकर एबीपी लाइव ने कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक रंजीत सिंह रावत से बात की तो उन्होंने बताया कि जनता को लूटने से बचाने के लिए एक नहीं सरकार उनपर 10 मुकदमे करे, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता. ये लूट कोई 10 या 5 करोड़ की नहीं है. जनता के ऊपर लगातार आर्थिक बोझ डाला जा रहा है. हम ये नहीं होने देंगे, सरकार हमें जेल में डाले या फांसी चढ़ा दे हम झुकने वाले नहीं है.

क्या बोले कांग्रेस नेता
रनजीत रावत ने कहा कि सरकार और भाजपा ये बताए कि वो जनता के साथ है या बड़े पूंजीपतियों के साथ है. जब अभी कुछ समय पूर्व इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगाए गए थे तो अब दुबारा किस लिए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. कुछ बड़े लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए हम ये नहीं होने देंगे. इन स्मार्ट मीटर का बिल लगातार बढ़कर आ रहा है, लोग परेशान हैं और भाजपा के लोग इसको नहीं देख पा रहे है. जनता का खून चूसने वाले लोगों के आगे हम नहीं झुकेंगे.

वहीं, इस घटना के बाद क्षेत्र में चर्चा का माहौल गर्म है. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर पहले से ही कुछ लोगों के बीच असंतोष था. कुछ उपभोक्ता मीटर के बिलिंग सिस्टम को लेकर आशंकित थे, जिसके चलते विरोध की स्थिति बनी. हालांकि, विभागीय अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए लगाए जा रहे हैं, जिससे बिजली की खपत का सही आकलन और पारदर्शिता संभव हो सकेगी.