(www.arya-tv.com)सरकार ने सोमवार को रिटेल महंगाई के आंकड़े जारी कर दिए हैं। आम आदमी को मई के मुकाबले जून में रिटेल महंगाई के मोर्चे पर थोड़ी राहत जरूर मिली है। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित रिटेल महंगाई दर जून में घटकर 6.26% हो गई है जो कि मई में 6.30% थी। मई में महंगाई दर अपने 6 महीने के सबसे ऊपरी स्तरों पर थी।
मई के मुकाबले जून में खाने-पीने की चीजें महंगी होने के पीछे महंगे पेट्रोल-डीजल एक बड़ा कारण हैं। जून में महंगाई का आंकड़ा लगातार दूसरे महीने RBI की तय दायरे 4 (+/-2%) से पार पहुंची हैं। NSO द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक खाद्य महंगाई (CFPI) दर 5.15% रही। जो मई में 5.01% थी। अगर सेगमेंट की बात करें तो फ्यूल और लाइट में महंगाई बढ़कर 12.7% रही, जो मई में 11.6% रही थी।
RBI ने पिछली MPC बैठक में रिटेल महंगाई पर अनुमान जारी करते हुए कहा था कि जून तिमाही में महंगाई दर 5.2%, दूसरी तिमाही में 5.4%, तीसरी तिमाही में 4.7% और चौथी तिमाही में 5.3% रह सकती है।
आज ही सरकार मई के इंडस्ट्रियल आउटपुट (IIP) के आंकड़े भी जारी किए, जो सालाना आधार पर 29.2% बढ़ा। यह जानकारी मिनिस्ट्री ऑफ स्टेटिक्स एंड प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन (MoSPI) की तरफ से जारी की गई है। पिछले साल मई में IIP दर में 33.4% की गिरावट दर्ज की गई थी। क्योंकि देश में कोरोना की पहली लहर के दौरान सख्त लॉकडाउन से कारोबार पूरी तरह से ठप पड़ गया था।