विशाल सैनी की आत्महत्या के ​मामले में अधिकारी ने साधी चुप्पी, स्वजनों ने CBI की जांच की मांग

Lucknow

लखनऊ (www.arya-tv.com) पुलिस पर प्रताडऩा का आरोप लगाकर अलीगंज निवासी विशाल सैनी की आत्महत्या के मामले में लखनऊ कमिश्नरेट के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। विशाल के पिता की ओर से दी गई तहरीर पर अभी तक कोई एफआइआर दर्ज नहीं की गई है। उधर, पीडि़त परिवार ने पूरे प्रकरण की सीबीआइ जांच की मांग की है। विशाल के घरवालों का कहना है कि उन्हें लखनऊ पुलिस पर भरोसा नहीं है। सीबीआइ विशाल मामले की जांच करे, सच्चाई सबके सामने आ जाएगी।

इंस्पेक्टर हसनगंज का कहना है कि घटना के दिन ही मामले की जांच कर ली गई थी। पुलिस आयुक्त के यहां से इस संबंध में मीडिया को रिपोर्ट भी दे दी गई थी। इंस्पेक्टर इंदिरानगर अजय प्रकाश त्रिपाठी का दावा था कि छापेमारी के दौरान पुलिस ने वीडियोग्राफी की थी। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद सभी वीडियो साक्ष्य के तौर पर कोर्ट में सौंप दिए गए थे।

सबूत ही तो मांग रहे

विशाल के पिता अर्जुन का कहना है कि उनके बेटे को फर्जी फंसाया गया। वह पुलिस से सबूत मांग रहे हैं। पीडि़त परिवार का कहना है कि अगर विशाल को स्पा सेंटर से पकड़ा गया था तो वीडियो में वह भी कैद होगा। ऐसे में पुलिस पीडि़त परिवार या मीडिया को फुटेज को क्यों नहीं दिखा रही है। उधर, शुक्रवार को युवा शक्ति संगठन के पदाधिकारियों ने पीडि़त परिवार से मुलाकात की। इस दौरान संगठन से स्वतंत्र एजेंसी से प्रकरण की जांच कराने की मांग उठाई।

उठ रहे सवाल, कौन देगा जवाब

क्या स्पा सेंटर में छापेमारी के दौरान वीडियोग्राफी की गई थी?
अगर वीडियोग्राफी की गई तो पीडि़त परिवार को इसका सबूत क्यों नहीं दिखाया जा रहा?
तहरीर लेने के बावजूद पुलिस एफआइआर क्यों नहीं लिख रही?
क्या लखनऊ में मसाज पार्लर व स्पा की आड़ में हो रहे खेल बंद हो गए?
अगर नहीं, तो उनके खिलाफ पुलिस की कार्रवाई क्यों नहीं?
क्या किसी बड़े स्पा सेंटर संचालक के इशारे पर की गई थी छापेमारी?
बड़े होटलों, मॉल व कांप्लेक्स में चल रहे मसाज पार्लर पर कब होगी कार्रवाई?
जिन इलाकों में स्पा के नाम पर देहव्‍यापर ग‍िरोह चल रहे, वहां तैनात पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई कब?
विशाल के शव का अंतिम संस्कार भी नहीं हुआ और पुलिस ने किस आधार पर आइपीएस को क्लीन चिट दे दी?