प्रयागराज में सब्जियों की महंगाई ने बिगाड़ा खाने का स्‍वाद, अचानक बिकने लगा 30 रुपये टमाटर

Prayagraj Zone

(www.arya-tv.com) आम व्‍‍यक्ति इन दिनों परेशान है। परेशान महंगाई से है। और हो भी क्‍यों न। प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं। इससे लोगों का बजट गड़बड़ा गया है। वहीं अब सब्जियों के दाम में भी तेजी आ गई है। सब्जियां महंगी होने के कारण महिलाओं के रसोई का बजट गड़बड़ा गया है वहीं गरीबों की थाली से खाने का स्‍वाद भी बेस्‍वाद कर दिया है।

मार्च माह के आखिरी सप्ताह में सब्जियों के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। हालत यह है कि बाजार में कुछ सब्जियों को छोड़कर अन्‍य सब्जियों के दाम 50 रुपये किलो या इससे ऊपर तक पहुंच गया है। तीन से चार दिन के भीतर हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। बाजार में आए उछाल से आम आदमी की जेबें ढीली हो रही है।

सोमवार को गंगापार के कौडि़हार में नींबू का दाम 160 से 180 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया। 10 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रहा टमाटर अचानक 30 रुपये प्रति किलो पहुंच गया। कद्दू 20 रुपये किलो, भिंडी 70 रुपये किलो, कटहल 60 रुपये किलो, शिमला मिर्च 60 रुपये किलो, पालक 20 रुपये प्रति किलो और आलू 15 रुपये किलो, प्याज 30 रुपये किलो, मूली 30 रुपये किलो, बैगन 40 रुपये किलो, खीरा 40 रुपये किलो, परवल 100 रुपये किलो, करैला 80 रुपये किलो में बिका। धनिया, पुदीना, नींबू का रेट काफी बढ़ा है।

कौडिहार बाजार निवासी सब्जी विक्रेता बुद्धू प्रजापति का कहना है कि बाजार में सब्जियों की कमी के कारण अचानक दाम में उछाला आया है। अभी सब्जियों का भाव और भी बढ़ेगा क्योंकि शादी-विवाह का सीजन शुरू होने वाला है। शादी-विवाह के सीजन में मांग बढ़ने से सब्जियों का भाव और भी बढ़ेगा। गर्मी में सब्जी की पैदावार भी कम होती है।

हथिगहां सब्जी मंडी में भी महंगाई का आलम देखने को मिला थोक मंडी में सन्नाटा रहा। हरी सब्जियां ज्यादातर दूरदराज के ग्रामीण इलाकों से ही बाजार में लाई जाती है। व्यापारियों की मानें तो किसानों की नजर भी बाजार पर है। किसानों के खेत से सब्जियां महंगे दाम पर आ रही हैं। सब्जियों का दाम बढ़ने के चलते गरीबों की थालियों से सब्जियां गायब हो रही हैं। इस बाबत सब्जी के फुटकर विक्रेताओं का कहना है कि जिस कीमत पर सब्जी मिलती है, उसी के अनुसार बेची जाती है।