हिन्दी पत्रकारिता आज भी सबसे आगे: डॉ.रचना गंगवार

Lucknow

(www.arya-tv.com)आर्यकुल ग्रुप आॅफ कालेज के एजुकेशन विभाग के पत्रकारिता संस्थान में ई संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस ई संगोष्ठी में केन्द्रीय विश्वविद्यालय की जनसंर्पक अधिकारी और पत्रकारिता विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ.रचना गंगवार विद्यार्थियों के बीच में मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित रही।

ई संगोष्ठी के आरम्भ में कालेज के प्रबंध निदेशक डॉ.सशक्त सिंह ने हिन्दी पत्रकारिता के शुरूआत से लेकर आज तक के सफर को बच्चों के बीच साझा किया साथ ही हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र में रोजगार के अवसरों के बारे में बताया। मुख्य वक्ता के तौर बोलते हुए डॉ.रचना ने वर्तमान हिन्दी पत्रकारिता और उसके असीम आयामों के बारे में छात्र—छात्राओं को बताया साथ ही उन्होंने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता ने हमारे देश की आजादी से लेकर आज तक हमेशा जनता के बीच में सकारात्मक रवैया अपनाया है।

इसी कारण देश में आज भी हिन्दी समाचार पत्रों की संख्या सबसे अधिक है। हिन्दी समाचार पत्रों को पढ़ने वाले पाठकों की संख्या आज भी सबसे अधिक है। इसके साथ ही उन्होंने हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र में बढ़ते पूंजीवाद के प्रति सजग भी किया जिसमें उन्होंने कहा कि पत्रकारिता किसी भी व्यक्ति विशेष या संस्था की आवाज नहीं बल्कि आम जनता की आवाज होती है। इसका प्रयोग आज जनता को खबरों से जागरूक और सरकार को आइना दिखाने के लिए ही करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना काल में विदेशी मीडिया द्वारा भ्रमित खबरों को दिखाये जाने पर जागरूक किया और कहा कि जब देश में विदेशी मीडिया द्वारा भ्रमित करने वाली खबरों को दिखाया जाएगा तो ऐसे में असंतुलन की स्थिति पैदा हो सकती है। इसलिए खबरों को प्रसारित और प्रचारित करने से पहले उसकी सच्चाई को जान लेना आवश्यक होता है।

डॉ.रचना ने कोरोना में टीवी और सोशल मीडिया पर चलने वाली झूठी और नकरात्मक खबरों को गलत बताया और कहा कि ऐसी खबरोें से मरीजों और आम जनता में भय की स्थिति व्याप्त हो जाती है और लोगों का मनोबल टूटने लगता है। इसलिए किसी भी महामारी के समय हमेशा सकारात्मक खबरों को चलाना ही अच्छा होता है। इसके साथ ही डॉ.रचना ने छात्र—छात्राओं सवालों का सकारात्मक जवाब दिया। अन्त में विभागाध्यक्ष डॉ.अजय शुक्ला और सहायक प्रो.प्रिया गौड़ ने मुख्य वक्ता को धन्यवाद दिया। ई संगोष्ठी सफल संचालन एन.वर्मा द्वारा किया गया। ई संगोष्ठ में कालेज के विभिन्न विभागों के अध्यापक उपस्थित रहे।